समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं, दावा करते हुए कहा कि पार्टी लोकतंत्र की हत्या करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि भाजपा मंडल आयोग की सिफारिशों के माध्यम से 52 प्रतिशत आबादी को मिले आरक्षण के लाभ को समाप्त करना चाहती है। अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा संविधान के लिए भी खतरा बन गई है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की जयंती के मौके पर भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मंडल आयोग की सिफारिशों से आरक्षण के माध्यम से 52 प्रतिशत आबादी के भविष्य के लिए जो दरवाजे खुले थे, भाजपा उन्हें बंद करने का प्रयास कर रही है।
अखिलेश यादव ने उल्लेख किया कि समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा वर्ग को आरक्षण दिलाने और मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू कराने के लिए एक दशक तक संघर्ष किया और कई बार जेल की सजा भी भुगती। पार्टी ने मंडल की जयंती को सादगी से मनाया और इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा, संविधान से मिलने वाली सुविधाओं को भी शोषितों और वंचितों से छीनना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) से डरती है।
अखिलेश ने भरोसा जताया कि समाजवादी पार्टी सामाजिक सद्भाव की राजनीति को बढ़ावा देती है और भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति को समाप्त करेगी। इस अवसर पर अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद, एमएलसी लाल बिहारी यादव, मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, आरके वर्मा, पवन पांडेय, आनंद सेन, रुश्दी मियां, कृष्ण कन्हैया पाल सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।