उन्नाव, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पुलिस ने पांच बांग्लादेशी टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है, जो सऊदी रियाल का झांसा देकर लोगों से भारतीय करेंसी लेकर फरार हो जाते थे। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं, और इनकी गिरफ्तारी के बाद एक हैरान करने वाली कहानी सामने आई है। इस गिरोह के सदस्य पहले भी जेल जा चुके थे, लेकिन अब इनकी पूरी अपराध कुंडली पुलिस के सामने आई है।
सऊदी रियाल के झांसे में फंसा चुके थे लोग
इन बांग्लादेशी टप्पेबाजों के द्वारा आम लोगों को सऊदी रियाल का लालच देकर उनसे भारतीय करेंसी ले ली जाती थी। इस गिरोह के सदस्य दावा करते थे कि वे दो लाख रुपये में तीन लाख सऊदी रियाल देंगे। जब लोग इस प्रस्ताव को स्वीकार करते थे और रुपये देते थे, तब ये टप्पेबाज फौरन मौके से फरार हो जाते थे। जब इन शिकारों द्वारा रियाल की गड्डी की जांच की जाती, तो उनके होश उड़ जाते क्योंकि गड्डी में केवल ऊपर और नीचे कुछ असली नोट होते थे, बाकी सब कागज के टुकड़े होते थे।
पुलिस को मिले बांग्लादेशी और भारतीय पासपोर्ट
पुलिस की जांच में इन टप्पेबाजों से बांग्लादेशी और भारतीय पासपोर्ट के साथ दो राज्यों के आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं। इन अपराधियों के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हो चुके थे, लेकिन वे जमानत पर बाहर आ गए थे। अब सवाल यह उठता है कि इन अपराधियों को जमानत कैसे मिली और किसने दिलाई, जिसे पुलिस जांच में शामिल कर रही है।
आईबी और एटीएस की टीम भी जांच में शामिल
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) की टीम भी अब जांच में शामिल हो गई है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए टप्पेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
मामले का खुलासा कैसे हुआ?
उन्नाव जिले के बीघापुर थाना क्षेत्र में रहने वाले मोनू सोनी ने इस गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। मोनू ने बताया कि कुछ लोग उनके पास आए और उन्हें दो लाख रुपये में तीन लाख सऊदी रियाल देने का प्रस्ताव दिया। इस झांसे में आकर उन्होंने पैसे दे दिए, लेकिन बाद में जब उन्होंने रियाल की गड्डी खोली, तो उसमें कागज के टुकड़े थे। इसके बाद मोनू ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
गिरफ्तार किए गए अपराधी
पुलिस ने मामले की जांच के दौरान पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया। इन अपराधियों में अब्दुल जलील, मासूम मुल्ला, मिंटू, हमीदा और अफरोजा नामक लोग शामिल हैं। इन पांचों में दो महिलाएं और तीन पुरुष हैं। पुलिस के अनुसार अब्दुल जलील गिरोह का सरगना है और इसके द्वारा ही ये सभी टप्पेबाजी की घटनाएं की जाती थीं।
बरामदगी और पुलिस की कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने कई महत्वपूर्ण चीजें बरामद की हैं, जिनमें 11 कीपैड मोबाइल, 3 एंड्रॉयड फोन, 6 सिम कार्ड, 3 पैन कार्ड, 4 आधार कार्ड, और 44 हजार रुपये के साथ 20 सऊदी रियाल शामिल हैं। ये पैसे जो टप्पेबाजों ने लोगों से ठगे थे, उनमें से कुछ पैसे उनके अन्य एकाउंट्स में ट्रांसफर किए गए थे, जिन्हें पुलिस ने बंद करवा दिया है।
इस मामले में पुलिस के उच्च अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह पहले भी कई मामलों में लिप्त था और अब उनकी पूरी जानकारी सामने आ चुकी है। पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की योजना बनाई है और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।