आगरा। केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सीएसआर फंड के तहत एलिम्को कंपनी कानपुर को वित्तीय संसाधन मुहैया करवाकर दिव्यांगों को उपकरण प्रदान किए जाते हैं। इस एलिम्को कंपनी द्वारा आगरा में आसरा सेंटर स्थापित किया गया है। जिसका संचालक विवादित कथित भाजपा नेता देवेंद्र सविता है। कुछ समय पूर्व तक वह दिव्यांग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक के रूप में भाजपा के मंचों को साझा करता था। उसकी करतूतों का भांडा फूटने पर भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाह ने उससे किनारे करते हुए साफ कह दिया कि उसको पार्टी से हटा दिया गया है। उसके साथ घोटाले में अधिकारी भी लिप्त हैं।
गुपचुप तरीके से दिव्यांगों को बांट दी मोटरचालित ट्राई साइकिल
आपको बता दें कि बीते बुधवार को देवेंद्र सविता ने गुपचुप तरीके से आसरा सेंटर पर ही दिव्यांगों को मोटर चालित ट्राई साइकिलों का वितरण करवाया। वितरण हेतु दिव्यांगों को कोई सूचना नहीं मिली। सबकुछ अपने मनमाफिक किया गया। मौके पर खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक भगवान सिंह कुशवाह मौजूद रहे।
महीनों से भटक रहे दिव्यांगों को मिल रही दुत्कार
देवेंद्र सविता द्वारा विधायक के हाथों कथित रूप से उन ट्राई साइकिलों का वितरण करवाया, जिनको हाल ही में शिकायत के बाद दिव्यांगों से उठवाया गया था। उन्हीं पुरानी ट्राई साइकिलों को दिव्यांगों को थमा दिया गया। मौके पर भाजपा विधायक घोटालेबाज देवेंद्र सविता का पूरा समर्थन करते दिखे।
सवाल पूछने पर कार्रवाई की बात कहने लगे भाजपा विधायक
इस मामले में भाजपा विधायक भगवान सिंह कुशवाह से पूछा गया कि देवेंद्र सविता के खिलाफ घोटाले के गंभीर आरोप हैं। इसके बावजूद उसके साथ मंच साझा कर कार्यक्रम में सहभागिता हुई। भाजपा विधायक ने कहा कि एलिम्को कंपनी केंद्र सरकार के अधीन कार्य करती है। देवेंद्र सविता अगर दोषी होगा तो निश्चित ही उस पर कार्रवाई होगी। बड़ा सवाल आखिर यह है कि भाजपा विधायक के विधानसभा क्षेत्र के ही अनेकों ऐसे दिव्यांग हैं, जिनको देवेंद्र सविता ने फर्जी रसीदें थमा दी। आज तक उनको उपकरण नहीं मिली। जबकि उनकी दिव्यांगता भी 80 प्रतिशत से अधिक है। उपकरण भी सिर्फ उनको मिल रहे हैं, जिन्होंने देवेंद्र सविता की शान में जयकारे लगाए हैं।
विधायक प्रतिनिधि ने दिखाए कड़े तेवर- सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने की कही बात
देवेंद्र सविता के कारनामों कर फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक चौधरी बाबूलाल के प्रतिनिधि डॉ रामेश्वर चौधरी ने कड़े तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग से मिलने वाले रिक्शों पर देवेंद्र सविता ने अपने नाम के साथ माननीय लिखवाया, यह सरासर जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन है। विभाग को इस मामले में देवेंद्र सविता के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करवाना चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ हैं। पार्टी के जिलाध्यक्ष भी देवेंद्र सविता के खिलाफ बयान दर्ज करा चुके हैं। इसके बावजूद विभागीय अधिकारियों की मेहरबानी से देवेंद्र सविता सारे कानूनों को ठेंगे पर रख रहा है। देवेंद्र सविता के खिलाफ शिकायत मिलने पर शासन को प्रभावी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा।