मैनपुरी (बिछवां) : गांव हन्नूखेड़ा निवासी मुकेश कुमार शाक्य का आठ वर्षीय बालक आर्यन गुरुवार को अन्य हम उम्र बालकों के साथ काली नदी के किनारे बकरियां चराने गया था। किसी तरह नदी में गिरकर वह डूब गया। बालक की तलाश काली नदी में तीसरे दिन भी जारी है।
शुक्रवार की शाम तक जब बालक नदी में नहीं मिला तो ग्रामीणों व परिजनों ने पीएसी गोताखोरों को बुलाने की बात कही। थानाध्यक्ष अवनीश त्यागी ने अपने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। देर शाम 43 वाहिनी पीएसी एटा के मुख्य आरक्षी संजीव कुमार के नेतृत्व में एक दर्जन एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन देर शाम अंधेरा व घना कोहरा होने की वजह से वह अपना कार्य शुरू नहीं कर सके।
देर शाम ही क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री भी पहुंचे और परिजनों से मिल घटना की जानकारी ली। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
शनिवार की सुबह से ही घने कोहरे के बीच एनडीआरएफ की टीम ने अपना स्टीमर नदी में उतार सर्च ऑपरेशन चालू किया। काली नदी में लगभग तीन किलोमीटर दूर तक नदी में छानबीन की गई, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई। नदी किनारे स्थानीय गोताखोर व सैकड़ों की संख्या में पड़ोसी गांवों के ग्रामीण नदी के किनारे डटे रहे। समाचार लिखे जाने तक ऑपरेशन रेस्क्यू जारी था। थानाध्यक्ष बिछवां अवनीश त्यागी मयफोर्स मुस्तैद दिखाई दिए।
कहीं मगरमच्छ ने तो बालक को निवाला बना लिया?
बताते चलें कि जिस जगह पर काली नदी में बालक के गिरने की बात कही जा रही है, वहीं तलहटी मगरमच्छ रहने का स्थान बताया जा रहा है। अक्सर उसी जगह पर दूसरी पार धूप सेंकते हुए मगरमच्छ दिन प्रतिदिन दिखाई देता है। ऐसा ग्रामीण कयास लगा रहे हैं कि गिरने के बाद बालक कहीं मगरमच्छ की गिरफ्त में तो नहीं आ गया। बालक के गिरने के बाद से लगातार तलाश जारी है।
बालक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बालक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपने बेटे की सकुशल वापसी की कामना कर रहे हैं। परिजनों ने कहा कि अगर उनका बेटा नहीं मिला तो वह कोई भी कदम उठाने को तैयार हैं।
पीएसी गोताखोरों को निर्देश
थानाध्यक्ष अवनीश त्यागी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को निर्देश दिए गए हैं कि वे बालक की तलाश में कोई कसर न छोड़ें। उन्होंने कहा कि बालक की सकुशल वापसी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।