सीओ नितेश कुमार तिवारी के निर्देशन में जलालपुर और सम्मनपुर की वारदातों का खुलासा
अंबेडकर नगर | अपराधियों पर अंकुश लगाने और आमजन को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए अंबेडकर नगर पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के नेतृत्व में जिले के सभी थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। नवागत क्षेत्राधिकारी नितेश कुमार तिवारी भी अपने कार्यक्षेत्र में आते ही अपराध नियंत्रण को लेकर सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने लगातार थानाध्यक्षों के साथ बैठक कर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी रणनीति तैयार की और उन्हें सख्त दिशा-निर्देश दिए।
इसी मुस्तैदी का परिणाम रहा कि थाना बसखारी पुलिस ने चोरी के एक मामले में मात्र 24 घंटे के अंदर ही शानदार सफलता हासिल करते हुए चोरी का सामान बरामद कर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह का अपराध रिकॉर्ड और कार्यशैली
पुलिस जांच से खुलासा हुआ कि यह गिरोह लंबे समय से विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय था। इनके निशाने पर खासतौर से सरकारी पंचायत भवन होते थे। गिरोह रात के समय पंचायत भवन का ताला तोड़कर भीतर रखे इनवर्टर और बैटरियों को चोरी कर ले जाता था।
थाना बसखारी में दर्ज हालिया चोरी के अलावा, इन अभियुक्तों ने थाना जलालपुर और थाना सम्मनपुर क्षेत्रों में भी इसी तरह की कई वारदातों को अंजाम दिया था। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि पूर्व में कई अन्य पंचायत भवनों से चोरी करने में भी वे शामिल रहे हैं।
गिरफ्तारी की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक के निर्देश और सीओ नितेश कुमार तिवारी के पर्यवेक्षण में उप निरीक्षक प्रेम बहादुर यादव और उप निरीक्षक विनय कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी सर्विलांस, मुखबिर तंत्र और लगातार क्षेत्र में गश्त कर अभियुक्तों के ठिकानों पर दबिश दी।
आखिरकार त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी अभियुक्तों को उनके कब्जे से चोरी का सामान बरामद कर गिरफ्तार कर लिया। बरामदगी में पंचायत भवनों से चोरी किए गए इनवर्टर और बैटरियां शामिल हैं।
अपराधियों का पुराना इतिहास
गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्त अंबेडकर नगर जिले के निवासी हैं। इनके खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें चोरी, लूट और संपत्ति से संबंधित अपराध प्रमुख हैं। पुलिस अब इनके अन्य साथियों और खरीददारों की भी तलाश कर रही है ताकि इस पूरे नेटवर्क का सफाया किया जा सके।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दें। साथ ही, पंचायत भवन और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर भी जोर दिया गया है।
इस कार्रवाई ने न केवल एक सक्रिय चोरी गिरोह का सफाया किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि त्वरित पुलिस कार्रवाई और नेतृत्व के सही दिशा-निर्देश से अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है।