आगरा: सिकंदरा थाने में तैनात महिला पुलिसकर्मी रंजना पाल के साथ एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, जिसमें उनके बैग से सोने के जेवरात चोरी हो गए। यह घटना तब हुई जब रंजना 18 अगस्त 2024 को रोडवेज बस से आईएसबीटी आगरा से औरैया जा रही थीं। हैरान करने वाली बात यह है कि इस चोरी का मुकदमा उन्होंने घटना के 40 दिन बाद दर्ज कराया।
घटना का विवरण
रंजना पाल ने पुलिस को दी अपनी तहरीर में बताया कि उन्होंने अपने दो ट्रॉली बैग बस की ड्राइवर सीट के पास रखे थे। जब वह अपने घर पहुंचीं और बैग खोला, तो उन्हें पता चला कि दोनों बैग कटे हुए थे और सारा सामान बिखरा हुआ था। चोरी गए सामान में एक सोने की अंगूठी (लगभग 10 ग्राम) और कान के सुई-धागा (लगभग 5 ग्राम) शामिल थे।
संदेह के घेरे में बस का स्टाफ
रंजना ने यह भी बताया कि बस में यात्रा के दौरान चार से पांच अज्ञात व्यक्ति सवार थे, जो कुछ दूरी पर उतर गए। उनके अनुसार, ये व्यक्ति ड्राइवर और कंडक्टर के साथ मिले हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों की टिकट नहीं बनाई गई थी और उन्हें बिना टिकट बस से उतार दिया गया था। रंजना को संदेह है कि बैग की अदला-बदली से भी चोरी को अंजाम दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
सिकंदरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद, इंस्पेक्टर नीरज शर्मा ने बताया कि सिपाही छुट्टी पर थीं और लौटने के बाद उन्होंने जानकारी दी। फिर पुलिस ने उनके बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज किया। अब मामले की जांच की जा रही है, और आरोपी बस चालक, परिचालक और अन्य पांच अज्ञात व्यक्तियों को आरोपित किया गया है।