- संदिग्ध कार्यप्रणाली के चलते की गई कई शिकायतों के बाद हुई कार्यवाही
- सिटी ब्रांच के कई कर्मचारियों से भी की गई पूछताछ
ललितपुर। बैंक मैनेजर द्वारा ब्रांच में की जा रही अनियमितताओं और लोन कबडिफॉल्टरों के उत्पीड़न की गई शिकायतों का संज्ञान लेकर प्रदेश मुख्यालय से सीबीआई टीम ने जनपद आकर बैंक की ब्रांच में छापामार कार्यवावही की, जिससे बैंक प्रशासन के कर्मचारियों में हड़कम्प जैसी स्थिति देखी गई।
सीबीआई की टीम ने जनपद में करीब 18 घंटे तक अपना डेरा डाला और बैंक की ब्रांच मैनेजर को हिरासत में लेकर पूछताछ की इसके साथ ही बैंक के कई कर्मचारियों से भी पूछताछ की और उसके बाद सुबह होते ही सीबीआई की टीम बैंक मैनेजर को लेकर प्रदेश मुख्यालय की तरफ रवाना हो गई। जिसके बाद बैंक में कामकाज की स्थिति शून्य रही हालाकि ग्राहकों के लिए दो लाख तक के लेनदेन की प्रक्रिया चलती रही लेकिन बैंक का सर्वर डाउन रहा।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को शाम करीब 3 बजे प्रदेश मुख्यालय लखनऊ से चलकर सीबीआई की टीम जनपद पहुंची, जहां सीबीआई की टीम ने बैंक ऑफ बड़ौदा की सिटी ब्रांच में छापामार कार्यवाही की और बैंक में होने बाले लेन-देन के दस्ताबेज खंगाले। इसके साथ ही सीबीआई की टीम ने बैंक में तैनात मैनेजर भास्कर द्विवेदी को अपनी हिरासत में ले लिया। उसके बाद रात करीब 9 बजे तक बैंक के दस्तावेज जांचे गए और बैंक मैनेजर के साथ-साथ बैंक में तैनात स्टाफ से भी बारीकी से पूछताछ की गई है। जैसे ही अन्य बैंक के कर्मचारियों को जनपद में सीबीआई टीम के होने की सूचना लगी तो हड़कम्प की स्थिति देखी गई।
सूत्रों की माने तो बताया गया कि बैंक मैनेजर की अनियमितता और भ्रष्टाचार की बैंक ग्राहकों द्वारा कई शिकायतें प्रदेश मुख्यालय और बैंक के हेड ऑफिस तक की गई थी। यह भी जानकारी प्राप्त हुई थी बैंक मैनेजर भास्कर द्विवेदी दलालों की मदद से कई अनियमितताओं और भ्रष्टाचार में संलिप्त थे और पूर्व में रहे विजया बैंक द्वारा बांटे गये कर्ज़ों की वसूली में भी आपसी लेनदेन और तालमेल के चलते मामलों को निपटाया गया था। इसके साथ ही कई अन्य डिफॉल्टर ग्राहकों पर भी इसका दबाव बनाया गया था। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें भी एक दुकानदार द्वारा बैंक मैनेजर पर कई अनियमितताओं के आरोप लगाए गए थे।
सूत्रों की माने तो बैंक मैनेजर के निवास पर भी सीबीआई ने छापामार कार्यवाही की थी जहां से बड़ी मात्रा में नकदी और गहने भी बरामद हुए थे हालांकि इसकी कोई पुष्टि नहीं है। इस मामले में जब सदर कोतवाल से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में अनभिज्ञता जताई और एलडीएम ने भी सीबीआई की मौजूदगी और बैंक मैनेजर की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर पाई। लेकिन बैंक में तैनात स्टाफ द्वारा इस बात की पुष्टि की गई कि लखनऊ से सीबीआई की टीम आई थी और बैंक मैनेजर को पूछताछ के बाद अपने साथ लेकर प्रदेश मुख्यालय गई है। हालांकि बैंक मैनेजर की गिरफ्तारी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। छापामारी के दौरान बैंक का सर्वर डाउन रहा और सिर्फ आम ग्राहकों के लिए दो लाख तक के लेन-देन की प्रक्रिया जारी रही।