आगरा: रेंट कंट्रोल एक्ट के विख्यात अधिवक्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजेंद्र बाबू त्रिगुनायत जी के आकस्मिक निधन पर अधिवक्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। उनका निधन न्यायिक क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी न्यायिक योगदान और कानून के प्रति उनके समर्पण को हमेशा याद किया जाएगा।
यूनाइटेड बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित शोक सभा में सचिव अनूप कुमार शर्मा एडवोकेट ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि बाबूजी रेंट कंट्रोल एक्ट के महान पथप्रदर्शक थे। उन्होंने न केवल इस विषय पर पुस्तकें लिखी, बल्कि उन पुस्तकों में कानून की बारीकियों और उसकी कमियों को भी उजागर किया। बाबूजी का व्यक्तित्व साधारण, मृदुभाषी और सिद्धांतवादी था। उनकी कमी को पूरा करना किसी के लिए भी संभव नहीं है।
शोकसभा में उपस्थित सभी सदस्यों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश शर्मा, सचिव अनूप कुमार शर्मा, अशोक गुप्ता, प्रवेश कुलश्रेष्ठ, अशोक श्रीवास्तव, सोनू श्रीवास्तव, राजेंद्र बाखरू, शरण भाटिया, सियाराम वर्मा, अशोक बघेल, शोभित मोहन, सुमंत चतुर्वेदी, विवेक पाराशर, सुधीर शर्मा सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता उपस्थित रहे।