युवाओं का योगदान
गढ़ी हुसैनी निवासी ज्योति कुमारी और सीतानगर निवासी ओम गुप्ता जैसे युवा स्वयंसेवकों ने अपने क्षेत्रों में मच्छर जनित रोगों के उन्मूलन के लिए बड़ी मेहनत की। ज्योति कुमारी, जो पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग और एंबेड संस्था के साथ मच्छर जनित बीमारियों के खिलाफ काम कर रही हैं, ने बताया कि उन्होंने पहले अपने घर के आस-पास के पानी के स्रोतों को साफ किया और फिर पूरे क्षेत्र में जागरूकता फैलाने के लिए यह प्रक्रिया दोहराई।
सीतानगर निवासी ओम गुप्ता ने भी क्षेत्रवासियों को जागरूक किया और मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के उपायों के बारे में बताया। उनके अनुसार, “हमने लोगों को समझाया कि साफ पानी में डेंगू के मच्छर पनपते हैं, इसलिए पानी का जमाव न होने दें।” इस प्रयास से उनके क्षेत्र में मच्छर जनित रोगों का कोई केस नहीं आया है।
स्वास्थ्य विभाग का सहयोग
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग और एंबेड परियोजना की टीम ने 2022 से इन बस्तियों में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया। इस अभियान में स्थानीय युवाओं को स्वयंसेवक बनाकर उन्हें प्रशिक्षित किया गया। इसके बाद विभाग की टीम और एंबेड संस्था के प्रतिनिधियों ने बस्तियों में मच्छर जनित रोगों का उन्मूलन किया।
समाज की जागरूकता
वेक्टर बॉर्न रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. एसएम प्रजापति ने बताया कि 2023 में 16 डेंगू मरीजों वाले इन क्षेत्रों में 2024 में केवल एक मरीज मिला है, जो इस अभियान की सफलता को साबित करता है। जिला मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि एंबेड संस्था के प्रतिनिधियों ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को मच्छर जनित रोगों के बारे में जानकारी दी और उन्हें इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
मच्छर जनित रोगों से बचने के उपाय
स्वास्थ्य विभाग और एंबेड परियोजना की टीम ने मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
- अपने घर के 200 मीटर के आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें और पानी को जमा न होने दें।
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, विशेष रूप से मच्छरों से प्रभावित क्षेत्रों में।
- मच्छरों से बचने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े और लंबी पैंट पहनें।
- घर में मच्छर भगाने वाले इलेक्ट्रिक उपकरणों का उपयोग करें।
- पानी की टंकी, बाल्टी और अन्य पानी के बर्तनों को ढक कर रखें।
- नियमित रूप से मच्छर जनित रोगों की जांच कराएं और असामान्य लक्षणों पर ध्यान दें।