झाँसी, उत्तर प्रदेश। झाँसी जिले के मऊरानीपुर तहसील (Mauranipur Tehsil, Jhansi) में डीएपी (DAP) खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों का धैर्य अब जवाब दे गया है। खाद न मिलने से आक्रोशित सैकड़ों किसान, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएँ भी शामिल थीं, रविवार को एसडीएम आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
खाद के लिए एक महीने से भटक रहे किसान

मऊरानीपुर क्षेत्र में इस समय रबी की फसल की बुवाई के लिए खाद संकट (Fertilizer Crisis) गहराया हुआ है। किसान डीएपी खाद के लिए लगातार केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं। आक्रोशित किसानों का कहना था कि उन्होंने एक महीने पहले खाद प्राप्त करने के लिए अपने सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करा दिए थे, लेकिन इसके बावजूद अब तक उनके नाम खाद वितरण की सूची में शामिल नहीं किए गए हैं।
अपनी इसी समस्या को लेकर सैकड़ों किसान एकजुट होकर एसडीएम श्वेता साहू के आवास पर पहुँच गए और ‘खाद उपलब्ध कराओ’ की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए।
एसडीएम से न मिलने पर बढ़ी तकरार
किसानों ने एसडीएम से मिलकर अपनी बात रखने की ज़िद की, लेकिन एसडीएम श्वेता साहू आवास से बाहर नहीं आईं। इसी बीच, आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने किसानों को वहाँ से हटाने और समझाने की कोशिश की।
खाद न मिलने से पहले से ही परेशान किसान, सुरक्षाकर्मियों की इस कोशिश से भड़क उठे और दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। किसान अपनी बात पर अड़े रहे और साफ कहा, “जब तक हमें खाद नहीं मिलेगी, हम यहाँ से नहीं हटेंगे।”
तहसीलदार के आश्वासन पर शांत हुआ मामला
बढ़ते तनाव और विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही, तहसीलदार ललित कुमार पांडे तत्काल मौके पर पहुँचे। उन्होंने किसानों से बातचीत की और उन्हें समझाया कि प्रशासन सभी किसानों को निश्चित रूप से डीएपी खाद उपलब्ध कराएगा।
तहसीलदार के ठोस आश्वासन के बाद किसान धरने से मान गए। इसके बाद तहसीलदार ललित कुमार पांडे किसानों के साथ ही पीसीएफ केंद्र की ओर रवाना हुए ताकि खाद वितरण की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा सके और किसानों को तत्काल राहत मिल सके।
