पूरे उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है। बुधवार को प्रयागराज सबसे गर्म शहर रहा, जहां तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह 1979 के बाद मई में प्रयागराज का सबसे अधिक तापमान है। कानपुर (48.4 डिग्री), सुल्तानपुर (46 डिग्री) और फुरसतगंज (47.2 डिग्री) भी मई में रिकॉर्ड गर्मी का सामना कर रहे हैं। झांसी में लगातार दो दिनों से रात का तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है।मौसम विभाग के अनुसार, 30 मई से तापमान में क्रमिक गिरावट होने की संभावना है। 1 जून से उत्तर प्रदेश को लू से पूर्ण रूप से राहत मिलने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से बुधवार को भीषण लू की चपेट में रहे। जिन इलाकों में लू नहीं रही, वहां भी गर्म हवाओं ने लोगों को परेशान किया।
प्रयागराज में बुधवार का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 1979 के बाद मई में सबसे अधिक तापमान है।
कानपुर (48.4 डिग्री), सुल्तानपुर (46 डिग्री) और फुरसतगंज (47.2 डिग्री) में भी मई में रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गई।
झांसी में लगातार दो दिनों से रात का तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है, जो 1972 और 1912 के बाद तीसरी बार इतना अधिक हुआ है।
आगरा, हमीरपुर, झांसी, वाराणसी, उरई, चुर्क, फतेहपुर, इटावा और बहराइच जैसे अन्य शहरों में भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार रहा।
रात के तापमान में भी वृद्धि देखी गई, जिसमें कानपुर में 31.8 डिग्री, आगरा में 30.9 डिग्री, हरदोई में 30.5 डिग्री, प्रयागराज में 30.5 डिग्री, खीरी में 30.4 डिग्री, वाराणसी में 30.4 डिग्री, फतेहगढ़ में 30.1 डिग्री और इटावा में 30.0 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने 30 मई से तापमान में क्रमिक गिरावट होने की संभावना जताई है। 1 जून से उत्तर प्रदेश को लू से पूर्ण रूप से राहत मिलने की उम्मीद है।