आगरा। सिंचाई विभाग द्वारा रजवाहा और टर्मिनलों की सफाई में पारदर्शिता के दावों की शुरूआत में ही पोल खुलने लगी है। अनियमितताओं के आदी हो चुके संबंधित ठेकेदारों द्वारा विभागीय मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
बताया जाता है कि गांव जखौदा में आगरा टर्मिनल की सफाई में ठेकेदार द्वारा बरती जा रही लापरवाही की सूचना पर किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने पहुंचकर हालात देखे। ठेकेदार के कर्मियों द्वारा पोकलेन मशीन से सफाई के दौरान टर्मिनल की ऊपरी पटरी को काटकर टर्मिनल को डाला जा रहा था। किसानों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
श्याम सिंह चाहर ने मौके पर संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सिल्ट सफाई के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट शुरू हो गया है। अधिकारियों की नजर में सफाई कार्य को बेहतर दिखाने के लिए टर्मिनल के भरे पानी में ही टर्मिनल की ऊपरी सतह को बिल्कुल साफ कर दिया है। ठेकेदार की यह लापरवाही जनहानि का रूप ले सकती है। रात के अंधेरे में कोई भी वाहन टर्मिनल में गिर सकता है। विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों को इससे कोई सरोकार न्हों है। श्याम सिंह चाहर ने चेतावनी देते हुए कहा कि विगत में गांव दिगनेर पर भी हादसा हो चुका है। विभाग द्वारा घटना से भी सबक नहीं लिया गया है। मौके पर धर्मेंद्र शुक्ला, रामू चौधरी, गिर्राज शर्मा, मनोज जाटव, शिवचरण त्यागी, सुरेश चंद आदि किसान मौजूद थे।
इनका कहना है
प्रकरण की जानकारी किसानों के द्वारा हुई है। मौके पर टीम भेजकर जांच के उपरांत आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पंकज अग्रवाल-एसडीओ सिंचाई विभाग