रोझोली के अतर सिंह इंटर कॉलेज में पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी विनय चौधरी गिरफ्तार, पूछताछ में विनय चौधरी ने स्वीकार किया कि केंद्र पर पास करने के लिए 15 से 20 हजार रुपए प्रति छात्र वसूले जाते थे। पुलिस ने विनय चौधरी के पास से लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किया है। केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह पहले ही गिरफ्तार। पुलिस मामले में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
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बृहस्पतिवार को, अतर सिंह इंटर कॉलेज में कंप्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी ने प्रिंसिपल ग्रुप आगरा पर इंटरमीडिएट के गणित और जीव विज्ञान के पेपर को वायरल कर दिया था। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा विनय चौधरी, राजेंद्र सिंह, गंभीर सिंह और स्टेटिक मजिस्ट्रेट डॉक्टर गजेंद्र सिंह के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया गया।
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पुलिस ने बृहस्पतिवार रात को ही राजेंद्र सिंह और गंभीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को, विनय चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने विनय चौधरी के पास से एक लैपटॉप और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
जांच में खुलासा
विनय चौधरी ने बताया कि परीक्षार्थियों को पेपर सॉल्व करने के लिए 15 से 20 हजार रुपए वसूले जाते थे। सीसीटीवी कैमरा से बचने के लिए पेपर बांटने के बाद सीढ़ियों के नीचे जाकर मोबाइल से फोटो क्लिक किए जाते थे। उसके बाद व्हाट्सएप के माध्यम से लैपटॉप पर भेज कर सॉल्वरों से पेपर सॉल्व कराया जाता था। उसके बाद आंसर की हाथ पर लिखकर, टॉयलेट आने वाले बच्चों को बताया जाता था।
अनसुलझे प्रश्न
- पूर्व में कई बार डिबार हुए इस केंद्र को पुन परीक्षा केंद्र कैसे बना दिया गया?
- अति संवेदनशील केंद्र की श्रेणी में आने के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा इस केंद्र की निगरानी क्यों नहीं की गई?
आगे की कार्रवाई
पुलिस विनय चौधरी के मोबाइल का डाटा रिकवर करने का प्रयास करेगी। पुलिस मामले में शामिल सॉल्वरों को भी पकड़ेगी।