आगरा। पश्चिम उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण जन मंच की एक महत्वपूर्ण बैठक आज आगरा के सिविल कोर्ट परिसर में आयोजित की गई, जिसमें आगरा बार एसोसिएशन और अधिवक्ताओं ने ‘एक कैंपस, एक बार’ के आंदोलन को लेकर अपनी पूरी समर्थन जताई। बैठक में भाग लेने वाले सभी अधिवक्ताओं ने इस मुद्दे पर अपनी एकजुटता दिखाई और इसको लागू करने की आवश्यकता को मजबूती से सामने रखा।
आगरा बार एसोसिएशन से जुड़े प्रस्ताव पर सहमति
यह बैठक जन मंच द्वारा चलाए जा रहे ‘सिविल कोर्ट प्रसार’ अभियान के तहत आयोजित की गई थी, जिसमें ‘एक कैंपस, एक बार’ के आंदोलन को लेकर आगरा बार द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया था। जन मंच की कोशिश को सफलता मिली और आगरा बार एसोसिएशन ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया, जिसके बाद जन मंच ने इसे एक बड़े आंदोलन की दिशा में बढ़ने के संकेत दिए।
आवश्यकता: आगरा बार एसोसिएशन के साथ सभी बार एसोसिएशनों का विलय
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि अब सभी बार एसोसिएशनों को एक होकर आगरा बार एसोसिएशन के तहत विलय हो जाना चाहिए। एक कैंपस एक बार का समर्थन करने वाले अधिवक्ताओं ने कहा कि यदि कोई पदाधिकारी इस प्रस्ताव के खिलाफ बयान देते हैं, तो उनका कर्तव्य है कि वे बार एसोसिएशन के बाउंड्री को तोड़कर आगरा बार एसोसिएशन का सदस्य बनें।
अधिवक्ताओं के हित में एकजुटता जरूरी
आगरा एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष लोचन चौधरी ने बैठक में कहा कि यह मुद्दा आगरा के हित में है और इससे सभी अधिवक्ताओं का भला होगा। उन्होंने कहा कि “हम सभी एक हैं, नेक हैं और हमारे लिए सुरक्षा और विकास का एकमात्र रास्ता एकजुटता है। हमें अलग-अलग समूहों में बंटने के बजाय एक कैंपस, एक बार के समर्थन में खड़ा होना चाहिए।”
अधिवक्ताओं की जागरूकता के लिए जागरूकता अभियान
बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि अधिवक्ताओं की जागरूकता के लिए सिविल कोर्ट परिसर में जगह-जगह पोस्टर और बैनर लगाए जाएंगे। इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य ‘एक कैंपस, एक बार’ के महत्व को लेकर अधिवक्ताओं को और ज्यादा जागरूक करना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता और संचालन
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जन मंच के अध्यक्ष चौधरी अजय सिंह और आगरा एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री लोचन चौधरी ने संयुक्त रूप से की। कार्यक्रम का संचालन फूल सिंह चौहान और हिरदेश कुमार यादव ने किया। इस बैठक में प्रमुख रूप से क. शर्मा, अजय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, तेजवीर सिंह, वीरेंद्र फौजदार, जितेन चौहान, गिर्राज रावत, चौधरी विशाल सिंह, प्रदीप चौधरी, सत्येंद्र कुमार यादव समेत कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे।
जन मंच द्वारा आयोजित इस बैठक में एकजुटता का संदेश साफ था कि यदि अधिवक्ताओं के हित में कोई कदम उठाना है, तो उसे मिलकर और एकजुट होकर उठाना चाहिए। ‘एक कैंपस, एक बार’ का आंदोलन सिर्फ एक विचार नहीं, बल्कि आगरा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।