ईज़ ऑफ लिविंगः जमीनी स्तर पर सेवा प्रदायगी को बढ़ावा देने’ विषय पर पंचायत सम्मेलन का शुभारंभ

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ईज़ ऑफ लिविंगः जमीनी स्तर पर सेवा प्रदायगी को बढ़ावा देने’ विषय पर पंचायत सम्मेलन का शुभारंभ
आगरा में ‘ईज़ ऑफ लिविंग: जमीनी स्तर पर सेवा प्रदायगी को बढ़ावा देना’ विषय पर पंचायत सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, प्रदेश के पंचायती राज मंत्री डॉ. संजय निषाद और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहे।

आगरा: मंगलवार को पंचायती राज मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश शासन के पंचायती राज विभाग के सहयोग से ‘ईज़ ऑफ लिविंग: जमीनी स्तर पर सेवा प्रदायगी को बढ़ावा देना’ विषय पर एक महत्वपूर्ण पंचायत सम्मेलन का आयोजन आगरा में किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और प्रदेश के पंचायती राज मंत्री डॉ. संजय निषाद की उपस्थिति में हुआ।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने क्या कहा?

केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश की समृद्धि का रास्ता खेत-खलिहान और गांवों से गुजरता है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार द्वारा आदर्श ग्राम योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों का पलायन रोका जा सकेगा और शहरीकरण में कमी आएगी। उन्होंने पंचायत सहायकों के प्रशिक्षण की बात करते हुए सुझाव दिया कि सभी पंचायत सहायकों को कम से कम एक सप्ताह का कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे ग्रामीणों को बेहतर सेवाएं दे सकें।

पंचायती राज मंत्री का योगदान

प्रदेश के पंचायती राज मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि पंचायतें लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव हैं और इनका योगदान ग्रामीण प्रशासन के सशक्तिकरण में अहम है। उन्होंने ‘ईज़ ऑफ लिविंग’ पर पंचायतों के विशेष योगदान की सराहना की।

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सचिव का संदेश

पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने डिजिटल परिवर्तन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ई-ग्राम स्वराज जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म ने ग्रामीण प्रशासन को सशक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल परिवर्तन शासन और नागरिकों के बीच की खाई को पाटने का माध्यम है।

सम्मेलन का समावेशी पहलू

सम्मेलन में पांच उत्कृष्ट पंचायत सहायकों को उनके शानदार कार्यों के लिए सम्मानित किया गया, जिसमें श्रीमती अनामिका गौतम (जौनपुर), श्री धर्मेंद्र कुमार (आजमगढ़), श्रीमती रीतू चौधरी (गोरखपुर), श्रीमती कोमल मिश्र (हरदोई), और श्री महफूज़ आलम (बाराबंकी) शामिल थे।

विश्व शौचालय दिवस पर चर्चा

यह सम्मेलन संयोगवश विश्व शौचालय दिवस (वर्ल्ड टॉयलेट डे-2024) के अवसर पर आयोजित हुआ था, जिसका विषय था “शौचालयः शांति का स्थान”। सम्मेलन में स्वच्छता संबंधी चुनौतियों और पंचायतों की भूमिका पर गहन चर्चा की गई।

स्मार्ट पंचायत समाधान

इस अवसर पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), वाधवानी फाउंडेशन और यूनिसेफ ने नवीनतम डिजिटल समाधानों जैसे सर्विस प्लस प्लेटफॉर्म और रैपिडप्रो जैसे डिजिटल सार्वजनिक साधनों का प्रदर्शन किया।

सम्मेलन में उपस्थित महत्वपूर्ण लोग

इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में आगरा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मंजू भदौरिया, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबीता चौहान, विधायक पुरूषोत्तम खंडेलवाल, चौधरी बाबूलाल, छोटेलाल वर्मा, और अन्य प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। साथ ही, असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, नागालैंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लगभग 400 प्रतिभागियों ने सम्मेलन में भाग लिया और भारत के बहुस्तरीय ग्रामीण प्रशासन पर गहन चर्चा की।

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