लखनऊ: 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म, वीडियो बनाकर देह व्यापार, आरोपी दंपति गिरफ्तार

Raj Parmar
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लखनऊ: राजधानी लखनऊ के गुडंबा इलाके में एक 12 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ घिनौना अपराध सामने आया है। एक युवक ने पहले बच्ची से दुष्कर्म किया, फिर उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करते हुए देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है।

पीड़िता, जो कक्षा छह में पढ़ती है, गुडंबा इलाके में अपने बीमार पिता, नेत्रहीन मां और छोटे भाई के साथ रहती है। उनके घर का एक कमरा किराए पर उठा हुआ है। पीड़िता की मां के अनुसार, जून 2024 में उनकी बेटी की दोस्त की बहन रहनुमा उनके घर आई और खुद को गर्भवती बताकर देखभाल करने की बात कही, जिसके बदले में तीन हजार रुपये महीना देने का वादा किया। इसके बाद पीड़िता रहनुमा के घर जाने और वहां रुकने लगी। कुछ दिनों बाद, रहनुमा ने किशोरी और अपनी एक अन्य बहन को अनजान पुरुषों के साथ भेजना शुरू कर दिया।

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अगस्त 2024 में रहनुमा का पति साबान अपने दोस्त, कथित दंपति नैंसी और असलम कुरैशी के साथ पीड़िता के घर आया। आरोप है कि कुछ दिनों बाद असलम किशोरी को रहनुमा के कमरे पर ले गया, जहां नैंसी की गैरमौजूदगी में उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसका वीडियो भी बना लिया। इसके बाद, आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करने लगा और देह व्यापार के लिए अन्य लोगों के पास ले जाने लगा।

पीड़िता ने बताया कि असलम उसे दवाइयां देता था, जिससे उसे चक्कर आने लगते थे। जब वह दूसरे पुरुषों के साथ जाने से मना करती, तो नैंसी और असलम उसे अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे। जब पीड़िता को यूरिन इंफेक्शन हुआ, तो उसने डरते-डरते सारी बात अपनी मां को बताई।

इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट, धमकी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी असलम और नैंसी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अन्य संभावित आरोपियों से भी पूछताछ कर रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की गिरफ्तारियां की जाएंगी।

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पहले मां, फिर पिता को बनाया वादी, बदलवाई तहरीर

इस संवेदनशील मामले में पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है। पहले किशोरी की मां ने थाने में तहरीर दी थी, लेकिन बाद में पुलिस ने किशोरी के पिता के नाम से तहरीर ली और पहले दी गई तहरीर को बदलवा दिया। बदली हुई तहरीर से आरोपियों द्वारा देह व्यापार कराने का आरोप हटा दिया गया, जिसके कारण एफआईआर में भी देह व्यापार की धारा नहीं लगाई गई।

उधर, अपनी आपबीती सुनाने और आरोपियों की धमकियों के कारण पीड़िता और उसका पूरा परिवार दहशत में है। कुछ लोगों ने पीड़िता के परिवार को समाजसेविका सुमन रावत का नंबर दिया। 11 मई की रात सुमन उन्हें वन स्टॉप सेंटर 181 लेकर पहुंचीं, जहां उन्होंने प्रभारी अर्चना सिंह को पूरी घटना बताई। 12 मई को वन स्टॉप सेंटर की टीम पीड़ित परिवार को लेकर गुडंबा थाने पहुंची, जिसके बाद आखिरकार मामला दर्ज किया गया।

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मकान पर कब्जे का कर रहे थे प्रयास

पीड़िता के पिता के अनुसार, असलम के कमरे पर देर रात तक अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था और वह अक्सर ऐसे लोगों को उनके घर भी लेकर आता था। इस पर 11 मई को उन्होंने खत्री चौकी पर शिकायत भी दर्ज कराई थी। शिकायत पर दो सिपाही उनके घर पहुंचे, जहां नैंसी ने सिपाहियों को धमकाते हुए वर्दी उतरवाने की धमकी दी। इसके बाद 112 पर सूचना दी गई। विवाद बढ़ने पर पीड़िता ने नैंसी और असलम की हैवानियत की पूरी कहानी पुलिस को सुनाई। इससे बौखलाकर नैंसी ने पुलिसकर्मियों के सामने ही पीड़िता और उसके परिवार को नंगा करके पीटने की धमकी दी। प्रारंभिक छानबीन में यह भी सामने आया है कि आरोपी पीड़िता के मकान पर कब्जा करना चाहते थे और इसके लिए वे परिवार पर लगातार दबाव बना रहे थे।

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