आगरा: आलमगंज क्षेत्र में नगर निगम के कर्मियों द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर व्यापारियों से किए गए उत्पीड़न को लेकर मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने बुधवार को पीड़ित व्यापारियों से मुलाकात की और उनके हालात का जायजा लिया। इस दौरान मेयर ने निगमकर्मियों की कार्रवाई की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि आमजन का उत्पीड़न किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा।
व्यापारियों के दुख-दर्द को सुना
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने पीड़ित व्यापारियों से मिलने के बाद उनके दर्द को सुना और स्थलीय निरीक्षण भी किया। उन्होंने देखा कि निगमकर्मियों द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर व्यापारियों की दुकानों में जमकर तोड़-फोड़ की गई है। दुकानदारों ने बताया कि इस तोड़-फोड़ के कारण उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सबसे अधिक परेशानी तब आई जब अतिक्रमण हटाने के दौरान निगमकर्मियों ने दुकानों के बिजली के मीटर तक तोड़ दिए, जिससे अब उनकी दुकानों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। इससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
घायल व्यापारियों को भी दी सांत्वना
इस दौरान महापौर को कुछ घायल व्यापारियों से भी मिलवाया गया, जिन्होंने निगमकर्मियों द्वारा किए गए हमले का हवाला दिया। महापौर ने घायलों से बातचीत की और उन्हें ढांढस बंधाया। एक विशेष घटना में, एक 12 वर्षीय बच्ची महापौर के पास आकर रोने लगी। बच्ची ने बताया कि उसके परिवार के सदस्य आलमगंज में मिट्टी के बर्तन बेचते हैं, और अतिक्रमण हटाने के दौरान निगमकर्मियों ने उनके बर्तनों को भी तोड़ डाला। महापौर ने बच्ची को गले लगाकर सांत्वना दी और उसके परिवार को आश्वासन दिया कि उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने पीड़ित व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि इस घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम की कार्रवाई में किसी भी प्रकार के अत्याचार या उत्पीड़न को सहन नहीं किया जाएगा। महापौर ने कहा, “आमजन का उत्पीड़न करने का किसी को भी अधिकार नहीं है, और हम ऐसे कृत्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
महापौर ने यह भी बताया कि प्रवर्तन दल को भंग कर दिया गया है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा, “यह घटना एक सबक है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोका जाएगा।”
निगमकर्मियों की लापरवाही
महापौर ने निगमकर्मियों की लापरवाही पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस तरह की कार्रवाई से व्यापारियों के जीवन में संकट आ जाता है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर लोगों को परेशान करना और उनके सामान को नुकसान पहुंचाना उचित नहीं है। मेयर ने नगर निगम के अधिकारियों से इस पूरे मामले की जांच करने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने की बात कही।