आगरा: शहर में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का कब्जा किस कदर है कि ऑटो में भरकर सवारियाँ ले जाई जा रहीं हैं। रोड पर चलते ऑटो में एक युवक पीछे लटका हुआ है। चलते ऑटो में पीछे लटक कर चल रहे नाबालिक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
रामबाग से एत्मादपुर के सडक पर चलने वाले ऑटो चालकों की मनमानी किस कदर हावी है। अग्रभारत के मोबाइल कैमरे में कैद वीडियो में साफ नजर आ रहा है। रामबाग से जो ऑटो लाल कलर के देहात परमिट पर आरटीओ विभाग ने पास किए थे नगर निगम सीमा क्षेत्र रामबाग से एत्मादपुर के लिए फर्राटे भर रहे हैं। यहां से चलने वाले ई-ऑटो में आगे से लेकर पीछे तक सवारियाँ भरी हुई हैं।
ऑटो में पीछे एक युवक बिना किसी खौफ के अपनी जान को जोखिम में डालते हुए लटककर चल रहा है। जब उसकी नजर कैमरे पर पड़ती है तो बड़ी सी मुस्कान लिए वह वीडियो बनाने वाले सख्स से कहता है कि ‘बनाओ बनाओ आराम से बढ़िया सी बनाओ’।
ताज्जुब की बात यह है कि आगरा यातयात पुलिस व थाना पुलिस रोजाना कार्यवाही की बात करती है बावजूद उसके अपनी जान को हथेली पर रखकर यह युवक ऑटो में पीछे बड़े ही आराम से लटककर जा रहा है। भला कैसे मुमकिन है की ऑटो चालक को इस बात की जानकारी न हो हो सकता है कि यह युवक भी ऑटो चालक का साथी हो।
मगर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर गलती से भी इस युवक का हाथ छूट गया और यह चलते ऑटो से गिर जाता है तो इसका क्या होगा, ऐसे स्टंटबाज युवक को अपनी जिंदगी की जरा सी भी परवाह नही। इतनी दूर के सफर में किसी यातायात पुलिसकर्मी की नजर इस पर नही पड़ी न ही किसी ने ऑटो को रोका। आखिर कब कागजी कार्यवाही की जगह हकीकत में कार्यवाही होगी ऐसे ऑटो चालकों और स्टंटबाजो पर या नहीं
रामबाग चौराहे से देहात परमिट के दौड़ते हैं ऑटो – यातायात पुलिस क्यों नहीं करती कार्यवाही
आपको बताते चलें कि रामबाग चौराहे से सैकड़ो की संख्या में देहात परमिट के ऑटो फर्राटे भरते हुए नजर आते हैं लेकिन इन पर थाना पुलिस से लेकर यातायात पुलिस की नजर नहीं पड़ती है। पुलिस की आंखों के सामने यह देहात परमिट के ऑटो चालक चौराहे पर टेंपो लगाकर सवारियों को भरते हुए नजर आते हैं। चौराहे पर इनका अलग ही नजारा देखने को मिलता है।
ऑटो मालिकों ने देहात परमिट के ऑटो को बना दिया सिटी परमिट
यह सुनकर आपको आश्चर्य लग रहा होगा की कोई ऑटो मलिक देहात ऑटो को सिटी परमिट कैसे बना सकता है। बात यही है के देहात परमिट का ऑटो लाल कलर का है। सिटी का परमिट ऑटो हेयर कलर का है। लेकिन यहां लाल कलर के ऑटो को हर ऑटो बनाकर सिटी में चलाया जा रहा है। रामबाग चौराहे पर तो इस तरह की हद ही पार कर दी गई है। दर्जनों की संख्या में देहात परमिट के ऑटो सिटी परमिट के कलर में रंगे हुए हैं लेकिन यातायात पुलिस इन पर अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं कर पा रही है।
डग्गामार बसों और ऑटो पर हैं हजारों लाखों रुपए के चालान फिर भी नहीं किया जप्त
वॉटर बॉक्स से चलने वाली डग्गामार बसों पर है हजारों लाखों के चालान और वही बात करें ऑटो की तो हजारों ऐसे ऑटो हैं जिन पर कई कई दर्जन चलन है। उन चरणों का अगर जुर्माना जोड़ा जाए तो हजारों रुपए से लेकर लाखों रुपए निकल कर आ सकता है।
अर्जुन सिंह