पूर्वी माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। उनकी मौत के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। परिवार ने जेल प्रशासन पर जहर देने का आरोप लगाया है।
क्या हुआ था उस रात?
- 26 मार्च को मुख्तार ने पेट दर्द की शिकायत की थी।
- उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
- डॉक्टरों ने ज्यादा खाने और कब्ज का इलाज किया।
- 26 मार्च को ही उन्हें वापस जेल भेज दिया गया।
- 28 मार्च को शाम 7 बजे उनकी तबीयत बिगड़ गई।
- उन्हें फिर से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
- रात 10:30 बजे उनकी मृत्यु हो गई।
परिवार के आरोप
- मुख्तार के परिवार ने जेल प्रशासन पर जहर देने का आरोप लगाया है।
- उनका कहना है कि मुख्तार को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था।
- उन्होंने कहा कि मुख्तार की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल नहीं ले जाया गया।
जेल प्रशासन का दावा
- जेल प्रशासन ने जहर देने के आरोपों को खारिज कर दिया है।
- उनका कहना है कि मुख्तार की मौत हार्ट अटैक से हुई।
- उन्होंने कहा कि मुख्तार को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए।
क्या है सच?
- मुख्तार की मौत के बाद कई सवाल उठ रहे हैं।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
मुख्तार अंसारी का जीवन
- मुख्तार अंसारी पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक कुख्यात माफिया थे।
- उन पर हत्या, अपहरण, रंगदारी जैसे कई संगीन मामलों के आरोप थे।
- वह मऊ से पांच बार विधायक भी रह चुके थे।
- 2022 में उन्हें बांदा जेल में बंद कर दिया गया था।