नरेंद्र वशिष्ठ
फ़िरोज़ाबाद (जसराना)। प्रदूषण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए बिना ईंट भट्टे का संचालन करना महंगा पड़ गया। एसडीएम के निर्देशन में पहुंचे प्रदूषण, खनन एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भट्टे में पानी भरवाने के साथ ही रखी हुई कच्ची ईंटों को ट्रेक्टर चलवाकर जुतवा दिया। टीम को हल्के विरोध का भी सामना करना पड़ा।
जिलाधिकारी ने एसडीएम जसराना को टीम बनाकर ईंट भट्टों की जांच करने का आदेश दिया। डीएम के निर्देश पर एसडीएम जसराना पारसनाथ मौर्या, सीओ राजवीर सिंह, खनन विभाग, प्रदूषण विभाग के अधिकारियों के अलावा पुलिस फोर्स लेकर भट्टों की चेकिंग करने निकले। छह भट्टों की चेकिंग करने के बाद थाना एका क्षेत्र के गांव सुराया में छोटेलाल के भट्टे पर पहुंचे। अभिलेख मांगने पर प्रदूषण विभाग के अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं मिला।
प्रदूषण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए बिना ईंट भट्टे का संचालन करने पर अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए चल रहे ईंट भट्टे में पानी भरवा दिया। वहीं भट्टे पर रखी ईंटों को ट्रेक्टर चलवाकर तुड़वा दिया। इस दौरान भट्टा संचालक ने तोडफोड न करने को कहा।
एसडीएम पारसनाथ मौर्या ने कहा जिलाधिकारी के निर्देश पर टीम बनाकर चेकिंग की गई थी। चेकिंग के दौरान प्रदूषण विभाग का अनापत्ति प्रमाणपत्र न होने पर सुराया में चल रहे छोटेलाल के ईंट भटटे में पानी भरने के साथ ही ट्रैक्टर से कच्ची ईंटों को तुडवा दिया गया है।