मथुरा: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ ने एक बार फिर हादसे को दावत दी है। मंदिर में उमड़ी भीड़ के कारण एक वृद्ध श्रद्धालु की दम घुटने से मौत हो गई।
हर साल जन्माष्टमी पर वृंदावन में लाखों श्रद्धालु उमड़ते हैं। मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन द्वारा बार-बार भीड़ नियंत्रण के लिए एडवाइजरी जारी की जाती है, जिसमें बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। बावजूद इसके, हर साल ऐसे हादसे होते रहते हैं।
क्या हुआ था?
रविवार को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में लगी भीड़ में हरियाणा के जिला कुरुक्षेत्र शाहाबाद निवासी 65 वर्षीय मामचंद सैनी दम घुटने लगे। उन्हें तुरंत मंदिर की एंबुलेंस से सौ शैय्या अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सीओ सदर कुंवर आकाश सिंह के अनुसार, मामचंद सैनी दर्शन करने के बाद भीड़ में फंस गए थे और उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। मंदिर प्रशासन की मेडिकल टीम ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में भी व्यवस्था
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर प्रबंधन ने भी जन्माष्टमी पर भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था की है। भागवत भवन में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नए उपाय किए गए हैं।
सवाल उठ रहे हैं
इस घटना के बाद एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं कि क्या मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है? क्या श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और क्या किया जा सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि मंदिरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए और अधिक कर्मचारी तैनात किए जाने चाहिए। श्रद्धालुओं को कतार में खड़े होने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। बुजुर्गों और बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए।
मामचंद सैनी जिनकी उम्र करीब 75 वर्ष थी। जिला कुरुक्षेत्र हरियाणा के रहने वाले थे। बांके बिहारी जी मंदिर में दर्शन करने के लिए आए थे। दर्शन करने के बाद उनकी तबीयत खराब हुई। उनको बाहर सकुशल लाया गया, मंदिर प्रशासन की मेडिकल टीम ने करीब 10 मिनट तक उपचार दिया। तबियत बिगड़ने पर एंबुलेंस से सौ सैय्या अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
कुंवर आकाश सिंह
सीओ सदर