राम मंदिर, अयोध्या । राम मंदिर, अयोध्या में राम जन्मभूमि के स्थान पर बनाया जा रहा एक हिन्दू मन्दिर है जहाँ रामायण के अनुसार, हिन्दू धर्म के एक प्रमुख राजा, राम का जन्मस्थान है। मन्दिर निर्माण की पर्यवेक्षण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कर रहा है। 5 अगस्त 2020 को भारत के प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भूमिपूजन अनुष्ठान किया गया था और मन्दिर का निर्माण आरम्भ हुआ था।
मंदिर का निर्माण गुजरात-चौलुक्य शैली में किया जा रहा है। यह 235 फीट (72 मीटर) चौड़ा, 360 फीट (110 मीटर) लंबा और 161 फीट (49 मीटर) ऊंचा होगा। एक बार पूरा हो जाने के बाद, मंदिर परिसर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा।
राम मंदिर का निर्माण भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि यह दशकों पुराने विवाद के समापन का प्रतीक है। बाबरी मस्जिद, एक मस्जिद जिसे 16 वीं शताब्दी में इसी स्थान पर बनाया गया था, को 1992 में एक हिंदू भीड़ द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, जिससे पूरे भारत में हिंसा की लहर दौड़ गई थी। 2019 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला दिया कि यह भूमि हिंदुओं की है और इस स्थान पर राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया।
राम मंदिर का निर्माण 2024 में पूरा होने की उम्मीद है। एक बार जनता के लिए खोल दिए जाने के बाद, यह दुनिया भर से आने वाले हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल बनने की उम्मीद है।
राम मंदिर का महत्व
राम मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह भगवान राम के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है, जो हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। राम मंदिर का निर्माण हिंदू धर्म के पुनरुत्थान का प्रतीक है और यह हिंदू संस्कृति और धर्म के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
राम मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच सद्भाव और शांति स्थापित करने में मदद करेगा। यह भारतीय संस्कृति और धर्म की समृद्धि को भी प्रदर्शित करेगा।
राम मंदिर का निर्माण कार्य
राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मंदिर का आधार तैयार हो चुका है और मंदिर की दीवारों का निर्माण शुरू हो चुका है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
मंदिर के निर्माण में लाखों हिंदुओं ने दान दिया है। मंदिर के निर्माण के लिए देश भर से एकत्र किए गए मंदिर निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।
राम मंदिर का भविष्य
राम मंदिर का भविष्य उज्ज्वल है। मंदिर के निर्माण के बाद, यह दुनिया भर से आने वाले हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल बन जाएगा। मंदिर भारतीय संस्कृति और धर्म के गौरव का प्रतीक होगा।
मंदिर के निर्माण के बाद, मंदिर परिसर में एक संग्रहालय, एक पुस्तकालय और एक अनुसंधान केंद्र भी स्थापित किया जाएगा। यह मंदिर परिसर को एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र बना देगा।