Advertisement

Advertisements

गुलफान हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा: खाने के बिल के विवाद में हत्या, दो चला रहे थे गोली, तीसरा बना रहा था वीडियो

Laxman Sharma
8 Min Read
गुलफान हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा: खाने के बिल के विवाद में हत्या, दो चला रहे थे गोली, तीसरा बना रहा था वीडियो

आगरा: थाना ताजगंज क्षेत्र में बीते 23 अप्रैल को रेस्टोरेंट संचालक गुलफान की निर्मम हत्या का पुलिस ने आज सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने एक मुठभेड़ के दौरान इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों – प्रियांश यादव, शिवम बघेल और सह अभियुक्त मनोज चाहर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि इन तीनों ने न केवल गुलफान की हत्या को अंजाम दिया, बल्कि इस जघन्य अपराध को जातीय और सांप्रदायिक रंग देने की भी घिनौनी कोशिश की। पुलिस को इस मामले में चौथे फरार अभियुक्त पुष्पेंद्र बघेल की तलाश जारी है।

खाने के बिल के पुराने विवाद में हुई हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

आगरा के पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हत्याकांड से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल की रात करीब पौने बारह बजे विलाल नामक व्यक्ति ने थाना ताजगंज में सूचना दी कि उनके भाई गुलफान और सैफ अली ताजनगरी फेज-1 स्थित अपनी चिकन-बिरयानी की दुकान पर मौजूद थे, तभी मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गोली लगने से गुलफान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सैफ गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन उसकी जान बच गई।

इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने डीसीपी सिटी सोनम कुमार और एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीमों का गठन किया था। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्तों की पहचान की। आज पुलिस को बड़ी सफलता मिली जब हत्याकांड में वांछित तीन मुख्य अभियुक्त प्रियांश यादव पुत्र वीरेश यादव निवासी करभना ताजगंज, शिवम बघेल पुत्र रमन सिंह निवासी करभना ताजगंज और सह अभियुक्त मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर पुत्र नारायण सिंह निवासी नगला भूरिया थाना मलपुरा को एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।

See also  यूपी: पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल: कई जिलों के प्रतिसार निरीक्षकों का तबादला, आगरा का भी नंबर

पूछताछ में आरोपियों ने उगला सच, खाने के विवाद में मारी थी गोली

पुलिस के अनुसार, पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उनका शाहिद अली चिकन बिरयानी रेस्टोरेंट पर पहले खाने के बिल को लेकर मृतक गुलफान से तीखी बहस और विवाद हुआ था। इसी पुराने रंजिश के चलते प्रियांश यादव, शिवम बघेल और फरार अभियुक्त पुष्पेंद्र बघेल ने मिलकर गुलफान और सैफ अली पर जानलेवा हमला किया था। पुलिस ने बताया कि गुलफान को मुख्य अभियुक्त पुष्पेंद्र बघेल ने गोली मारी थी, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। वहीं, सैफ अली पर अभियुक्त शिवम बघेल ने गोली चलाई थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। जांच में यह भी सामने आया कि जब ये दोनों गुलफान और सैफ पर गोलियां बरसा रहे थे, तब मौके पर मौजूद अभियुक्त प्रियांश यादव इस पूरी वारदात का वीडियो अपने मोबाइल फोन से बना रहा था।

मनोज चाहर ने इंस्टाग्राम पर जारी किया भड़काऊ वीडियो

पुलिस ने इस मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद, 23 अप्रैल को ही मनोज चौधरी ने ‘गौ रक्षक यूपी’ नामक एक इंस्टाग्राम आईडी से एक सनसनीखेज वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में दो युवकों द्वारा इस हत्याकांड को अंजाम देना स्वीकार किया गया था। पुलिस जांच में पता चला कि इंस्टाग्राम पर वायरल यह भड़काऊ वीडियो खुद अभियुक्त पुष्पेंद्र बघेल और शिवम बघेल ने बनाया था, और सह अभियुक्त मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर ने इस हत्याकांड के बारे में सब कुछ जानते हुए भी इसे जानबूझकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था।

See also  नगर पंचायत जैथरा के चेयरमैन पर अवैध कब्जे का आरोप, मुख्यमंत्री से जांच की मांग

माहौल बिगाड़ने के लिए मनोज ने रची घिनौनी साजिश

पुलिस ने बताया कि अभियुक्त मनोज चाहर ने हाल ही में क्षत्रिय करणी सेना द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए अपनी पोस्ट में ‘क्षत्रिय गौरक्षा दल’ का नाम इस्तेमाल किया था। इतना ही नहीं, उसने इस जघन्य हत्याकांड को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना से भी जोड़ने की नापाक कोशिश की और ’26 का बदला 2600 से लेने’ जैसी भड़काऊ बातें लिखीं। पुलिस का मानना है कि अभियुक्त मनोज ने यह घिनौना कृत्य जानबूझकर लोगों का ध्यान भटकाने और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के नीच उद्देश्य से किया था।

आगरा पुलिस ने बिगड़ने से बचाया माहौल

अभियुक्त मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर की इस शरारत के कारण सोशल मीडिया पर भारी संख्या में भड़काऊ कमेंट्स आने लगे थे, जिससे शहर का माहौल बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया था। हालांकि, आगरा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इसका तत्काल संज्ञान लिया। पुलिस कमिश्नरेट के मीडिया सेल ने न केवल इस भड़काऊ पोस्ट का खंडन किया, बल्कि सही तथ्यों को सामने रखकर माहौल बिगाड़ने की इस नापाक कोशिश को पूरी तरह से विफल कर दिया।

वहीं, पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि गोली चलाने से पहले अभियुक्तों ने गुलफान और सैफ से उनकी जाति या धर्म के बारे में कोई पूछताछ नहीं की थी। यह विशुद्ध रूप से खाने को लेकर हुए पुराने विवाद का नतीजा था, जिसके कारण यह जानलेवा हमला किया गया।

See also  सन शाइन सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने वार्षिक उत्सव में बच्चों को दिए पुरुस्कार स्वरूप एक लाख रुपए

सोशल मीडिया पर टिप्पणियों की भी हो रही है जांच

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना को लेकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और माइक्रोब्लागिंग साइट्स पर जिन लोगों द्वारा गैर जिम्मेदाराना पोस्ट और टिप्पणियां की गई हैं, उनकी भी गहन जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि विवेचना में इन सभी की भूमिका की भी बारीकी से जांच की जाएगी और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।

तीनों गिरफ्तार अभियुक्तों का है आपराधिक इतिहास

गुलफान हत्याकांड में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्तों – प्रियांश यादव, शिवम बघेल और मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर का आपराधिक इतिहास भी रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, प्रियांश और शिवम पर पहले से ही दो-दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जबकि मनोज चाहर पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से 315 बोर का एक तमंचा, दो खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस और एक बजाज डिस्कवर मोटरसाइकिल भी बरामद की है, जिसका इस्तेमाल अपराध में किया गया था।

खुलासा करने वाली एसआईटी में ये थे शामिल

इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करने वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) में थाना ट्रांस यमुना प्रभारी भानु प्रताप सिंह यादव, निरीक्षक जसवीर सिंह सिरोही, एसओजी प्रभारी जैकब फर्नांडीज व सुनीत कुमार शर्मा, सर्विलांस प्रभारी निरीक्षक अंकुर मलिक, एकता चौकी प्रभारी नीलेश कुमार शर्मा, तोरा चौकी प्रभारी अमर राणा और बसई चौकी प्रभारी राजीव कुमार एवं अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन्होंने अथक प्रयास कर इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया।

Advertisements

See also  योगी जी, मुझे इंसाफ चाहिए!" बैनर लेकर पहुंची महिला, जानें क्या है पूरा मामला
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement