जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मिले कई साक्ष्य
चित्रकूट । विशेष जांच दल (एसआइटी) ने माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी और चालक से लगातार तीसरे दिन भी पूछताछ की। पूछताछ में एसआईटी को जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं जो महंगे गिफ्ट लेकर उसकी मदद कर रहे थे।
माना जा रहा है कि अब जल्द की आरोपित जेल अफसरों व कर्मियों की गिरफ्तारी हो सकती है। मुख्तार अंसारी की बहू निखत बानों से तीन दिन की पूछताछ में जेल कर्मियों की मुसीबतें और बढ़ गई हैं। मामले के विवेचक सीओ सिटी हर्ष पांडेय ने पहले जेल में आरोपित अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की थी। जो बातें सामने आईं थीं उनकी पुष्टि एसआइटी टीम ने निखत और नियाज से किया है।
सूत्र बताते हैं कि निखत और नियाज एक-एक गिफ्ट के बारे में पुलिस को बता चुके हैं। किसको कब दिया गिफ्ट और वह कितना महंगा था, उसका डिटेल मिलने के बाद पुलिस ने एक रिपोर्ट तैयार की है उसको जेल के उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। उसमें बताया जाएगा कि निखत की साजिश में सभी निलंबित जेल कर्मी शामिल थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आरोपित जेल अफसरों व कर्मियों को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है।
17 फरवरी को जेल से तीन दिन की रिमांड निखत की ली थी जबकि नियाद की पांच दिन की रिमांड मिली है। 11 फरवरी को डीएम व एसपी ने जेल अधीक्षक कार्यालय के एक कमरे से निखत बानो को पकड़ा था।
जेल चौकी प्रभारी श्यामदेव सिंह ने कर्वी कोतवाली में विधायक अब्बास अंसारी, पत्नी निखत बानो, चालक नियाज, जेल एसपी अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन समेत अन्य ड्यूटी में रहे जेल कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, किसी व्यक्ति को मृत्य या घोर उपहति के लिए धमकाने, बंदी को भगाने की साजिश रचने, लोकसेवक के लोककृत्यों के कार्यों में बाधा, जान से मारने की धमकी, साक्ष्य मिटाने, आपराधिक षड़यंत्र व किसी व्यक्ति को मिथ्या साक्ष्य देने के लिए धमकी देना आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।
निखत-नियाज की गिरफ्तारी के बाद डीआइजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने जांच की थी जिसमें आरोपित जेल अफसरों के अलावा पांच और जेल कर्मी दोषी मिले थे। जिनको शासन ने निलंबित कर दिया है।