कौशांबी: बौद्ध महोत्सव में शामिल होने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व भगवाधारी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी पर हमला हुआ। युवकों की भीड़ ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने हमला करने वाले युवक को हिरासत में ले लिया है।
रविवार को स्वामी प्रसाद मौर्य गाड़ियों के काफिले के साथ कौशांबी में आयोजित बौद्ध महोत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इलाके के लोगों को जैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य के आने का पता चला, युवकों की भीड़ करणपुर चौराहा पर जमा हो गई। युवकों ने काफिले को काले झंडे दिखाए और स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी पर हमला बोल दिया।
हड़कंप और पुलिस की कार्रवाई
इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने किसी तरह व्यवस्था बनाते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले को मौके से गुजारा। बाद में पुलिस ने दौड़-धूप करते हुए स्वामी प्रसाद की गाड़ी पर हमला करने वाले युवक को हिरासत में ले लिया। माना जा रहा है कि यह विरोध स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर दिए गए विवादित बयान के कारण हुआ है।
इस घटना से राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। समाजवादी पार्टी ने घटना की निंदा की है और पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना एक बार फिर से राजनीतिक विरोध और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच की जटिलता को उजागर करती है। स्वामी प्रसाद मौर्य दलित नेता हैं और भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते रहे हैं।