फैजान खान
जर्जर हालत में पड़े इस शौचालय पर आखिर क्यों नही जाती किसी की नजर
आगरा। सरकार द्वारा लगातार जगह जगह नए शौचालययो के निर्माण के लिए अभियान चलाए जा रहे है,तो वही बात की जाए आगरा शहर के मुख्य खेरिया मोड वी.आई.पी रोड स्थित चौकी सराय ख्वाजा के बराबर से बने इस शौचालय की तो इसकी मरम्मत के लिए ही कोई सुनवाई नहीं हो पा रही नया बनाना तो बहुत दूर की बात है जर्जर हालत में पड़े इसकी मरम्मत तक करवाने के लिए कोई नही।
सैकड़ों लोग रोज करते है इस जर्जर शौचालय को इस्तेमाल
मुख्य मार्ग का यह शौचालय हर कोई इस्तेमाल करता है लेकिन उन्हें क्या पता है वह जिस शौचालय का इस्तेमाल कर रहे है उसके नीचे का हिस्सा जर्जर हालत में है जो की पूरी तरह से उसके नीचे का हिस्सा गड़ सड़ चुका है कभी भी किसी भी प्रकार की अनहोनी का सामना करना पढ़ सकता है, शायद उनकी जान पर भी बन आ सकती है। क्योंकि शौचालय एक बड़े उफान मारते नाले के उप्पर ही बना हुआ है। शौचालय का हर कोई इस्तेमाल करता है आते जाते लोग मार्केट के व्यापारी और चौकी के पुलिसकर्मी आदि और साथ ही गंदगी की वजह से है चौकी पर सेवा दे रहे पुलिसकर्मियों को बदबू का सामना दिन रात करना पढ़ता है।
यह कर चुके है नगर निगम के अधिकारियों को अवगत, कोई सुनवाई नही
इस समस्या को क्षेत्र के अजीत नगर बाजार कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार यादव नगर निगम के हर छोटे और बड़े अधिकारियों को अवगत करा चुके है लेकिन उसके बाद भी किसी ने इस समस्या को संज्ञान में लेना जरूरी नही समझा। राजेश यादव ने बताया की यह समामस्या काफी पुरानी है और कई बार लगातार इसकी शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से कर चुके है लेकिन किसी भी तरह की कोई सुनवाई अमल में नही ली गई अगर कोई बड़ा हादसा होता हैं तो इसका जिम्मेदार कोन होगा क्योंकि शौचालय की हालत बेहद खराब हो चुकी है, और साथ ही स्थानीय व्यापारी भी कर चुके है शिकायत।
5 नगर निगम के पार्षदों के अंतर्गत आने वाली यह चौकी से सटे शौचालय पर नही पड़ी किसी की नजर
यह कहना गलत तो नहीं होगा की यह चौकी के अंतर्गत 5 पार्षद का क्षेत्र भी आता है और अन्य खुद को जनप्रतिनिधि कहने वालो का किसी न किसी काम से चौकी पर आना जाना लगा ही रहता है खुद को जनता के सुखी दुख के साथी कहने वाले जनता के शुभिंतक चौकी पर उनके काम तो करने आते है लेकिन उन्हें भी दिखाई नही देता या फिर वह देख कर अपनी जिम्मेदारी नही समझते। वह भी इस समस्या को नगर निगम अधिकारियों तक नही पहुंचा सके। अब देखना होगा की क्या कोई इस समस्या से निजाद दिला पाएगा या फिर यह मौत को दावत देता रहेगा और किसी बड़ी घटना का इंतजार है।