बरेली। यूपी में बिजली अभियंताओं-कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। इस बीच पुरानी पेंशन की बहाली के लिये संयुक्त मंच के बैनर तले बड़ी रैली की तैयारी की जा रही है। यह रैली 21 मार्च को आयकर भवन से निकलेगी। इसमें केंद्र और राज्य कर्मचारी शिक्षक और अफसरों को शामिल करने के लिए संपर्क किया जा रहा है।
कर्मचारी नेताओं ने बीएसए, डीआईओस, विकास भवन, सिंचाई विभाग, एनसीसी और वन विभाग के कार्यालयों में जाकर कर्मचारी और अधिकारियों से संपर्क किया है और रैली में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए कहा है। रैली में रेलवे, आयकर, बीमा, डाक विभाग, माध्यमिक शिक्षक, प्राथमिक शिक्षक समेत विभिन्न विभागों के कर्मचारी एवं अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। जन संपर्क के दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष सुनील जैन, विवेक शर्मा, डॉ अंचल अहेरी, सर्वेश शर्मा, राजीव शर्मा, विमल वशिष्ठ, सर्वेश मौर्य, डॉ बृज किशोर शर्मा आदि वरिष्ठ कर्मचारी नेता मौजूद रहे।
यूपी लोक निर्माण विभाग मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन बरेली के प्रेरणा सदन में पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर सोमवार को प्रेसवार्ता की गई। जिसमें बिशप इंटर कालेज से निकाली जाने वाली शंखनाद रैली को सफल बनाने की जानकारी दी गई। प्रांतीय संयोजक आलोक सिंह चौहान ने बताया कि संयुक्त मोर्चा विभिन्न जनपदों मैं शंखनाद मोटरसाइकिल रैली निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से पीएम और सीएम को ज्ञापन सौंपेगा।
केंद्र सरकार ने साल 2004 में नई पेंशन योजना लागू की थी। इसके तहत नई पेंशन योजना के फंड के लिए अलग से खाते खुलवाए गए और फंड के निवेश के लिए फंड मैनेजर भी नियुक्त किए गए थे। अगर पेंशन फंड के निवेश का रिटर्न अच्छा रहा तो प्रोविडेंट फंड और पेंशन की पुरानी स्कीम की तुलना में नए कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय भविष्य में अच्छी धनराशि भी मिल सकती है, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि पेंशन फंड के निवेश का रिटर्न बेहतर ही होगा, यह कैसे संभव है।