UP News: शर्मनाक, यूपी में पहले बीच चौराहे रामचरित मानस जलाई

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रायबरेली। श्रीराम चरित मानस की चौपाई को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। अब उत्तर प्रदेश के रायबरेली में नया विवाद शुरू हो गया है। यहां पिछड़ा वर्ग से जुड़े लोगों ने गांव के स्कूल में शौचालय की दीवार पर चौपाइयां लिखवा दी है। सोशल मीडिया पर संबंधित तस्वीरें वायरल होने के बाद यहां बवाल भड़क गया है। वहीं हालात को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। खुद एसपी रायबरेली ने मौका मुआयना किया है।

जानकारी के मुताबिक मामला जगतपुर थाना क्षेत्र के बेहिखोर गांव का है। पिछड़ा वर्ग से जुड़े लोगों ने गांव में सनातन धर्म और ब्राह्मण समाज के खिलाफ बैठकें भी की। इसके बाद विवाद की स्थिति बन गई। कई लोगों ने बैठकों और शौचालय की दीवार पर लिखी चौपाइयों की फोटो खींचकर पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर डाल दिया। उधर पुलिस मामले की जानकारी मिलते ही हरकत में आ गई। आनन फानन में मौके पर पहुंच कर पुलिस ने लिखावट पर पुताई कराई और गांव में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी।

पुलिस ने इस मामले में करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस ने इस गिरफ्तारी की तो पुष्टि की लेकिन यह बताने से मना कर दिया कि कितने और कौन कौन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

दूसरी ओर दीवारों पर नारे लिखवाने के आरोपी हितेंद्र ने कहा कि वह लोगों को जगाना चाहते हैं। बताना चाहते हैं कि हम शुद्र हैं और हमें जाति में बांधा गया है। इसलिए हम लोग यहां जन-जागरण कर रहे हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में मानस की चौपाइयों पर विवाद खड़े करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या ने रायबरेली से ही राजनीति शुरू की थी। वहीं बाद में उनके बेटे अशोक ने यहां से दो बार भाग्य आजमाने का प्रयास किया था। पिछड़ा वर्ग बाहुल्य इस इलाके में एक बार फिर से रामचरित मानस की चौपाइयों पर विवाद खड़ा करने की कोशिश की जा रही है।

रायबरेली अपर पुलिस अधीक्षक नवीन सिंह ने बताया कि कुछ लोगों ने स्कूल की दीवारों पर विवाद नारे लिखवाए थे। जानकारी मिलते ही इन्हें पुतवा दिया गया है। इसी के साथ कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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