नई दिल्ली: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए इतिहास रच दिया है। कंपनी अब दुनिया की पहली ऐसी अक्षय ऊर्जा (Renewable Energy – RE) कंपनी बन गई है, जिसने अपने संपूर्ण बिजली उत्पादन संयंत्रों में पानी के मामले में ‘सकारात्मक’ (Water Positive) स्थिति प्राप्त कर ली है। इसका सीधा अर्थ है कि कंपनी ने जितना पानी इस्तेमाल किया है, उससे कहीं अधिक पानी बचाने और जल संरक्षण के प्रयासों में सफलता पाई है।
यह महत्वपूर्ण उपलब्धि AGEL ने अपने वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) के लक्ष्य से एक साल पहले ही हासिल कर ली है। अब AGEL दुनिया की शीर्ष 10 सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनियों में एकमात्र ऐसी कंपनी है, जिसने यह खास मुकाम हासिल किया है।
पानी के उपयोग और संरक्षण में AGEL की अभूतपूर्व सफलता
AGEL को इस उपलब्धि के लिए एक प्रतिष्ठित सिक्योरिटी फर्म, इंटरटेक से प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है। इंटरटेक ने AGEL के पानी के उपयोग और बचत संबंधी आंकड़ों की गहन जांच की थी। कंपनी के 103 कार्यस्थलों और 85 जल संरक्षण स्थलों पर विस्तृत निरीक्षण और मूल्यांकन किया गया। यह गौरव की बात है कि AGEL भारत की एकमात्र अक्षय ऊर्जा कंपनी है जिसे इतने बड़े पैमाने पर ‘पानी पॉजिटिव’ प्रमाणित किया गया है।
मुश्किल क्षेत्रों में भी जल संरक्षण की मिसाल
AGEL के अधिकांश सौर और पवन ऊर्जा संयंत्र ऐसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में स्थित हैं, जहां पानी की अत्यधिक कमी है और जीवन यापन कठिन होता है। इन मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद, AGEL ने स्थिरता को बढ़ावा देने में remarkable सफलता हासिल की है। गुजरात के खावड़ा और थार रेगिस्तान जैसे शुष्क क्षेत्रों में, जहां पानी मिलना अत्यंत दुर्लभ है, AGEL ने जल संरक्षण के उत्कृष्ट तरीके अपनाए हैं। कंपनी ने इन प्रयासों के माध्यम से इतना पानी बचाया है, जो लगभग 467 ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के बराबर है। यह बचाया गया पानी लगभग 1,23,000 लोगों की दैनिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।
पानी बचाने की दिशा में AGEL की प्रेरणादायक यात्रा
AGEL ने जल संरक्षण की दिशा में अपनी यात्रा 200 मेगावाट के एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ शुरू की थी, जिसे कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2023 (FY23) में ही सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया था। इसके बाद, AGEL ने अपने सभी कार्यस्थलों को वित्तीय वर्ष 2026 से पहले ‘पानी पॉजिटिव’ बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया और इसे भी एक साल पहले ही हासिल कर लिया। कंपनी ने पानी बचाने के लिए कई आधुनिक और पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल किया है, जिनमें सौर पैनलों की रोबोटिक सफाई (बिना पानी के), पुराने जलाशयों को गहरा करना, वर्षा जल संचयन और स्वच्छ पानी प्राप्त करने के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग शामिल है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, AGEL अब भारत में जल संकट के समाधान की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण के रूप में उभरी है।