अदाणी ग्रुप के शेयरों में तूफानी तेजी, हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के बाद रिकॉर्ड उछाल

Dharmender Singh Malik
4 Min Read
अदाणी ग्रुप के शेयरों में तूफानी तेजी, हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के बाद रिकॉर्ड उछाल

अदाणी ग्रुप के शेयरों में हाल के दिनों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए फर्जी आरोपों और भ्रामक रिपोर्टों के बाद, अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों ने गुरुवार को रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की। हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में कंपनी के बंद होने का ऐलान किया, जिसके बाद अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में त्वरित उछाल आया।

गुरुवार को शेयरों में 6% तक का उछाल

गुरुवार सुबह करीब 9:30 बजे अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में करीब 6% तक का उछाल देखा गया। अदाणी ग्रीन, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी टोटल के शेयर 5% से ज्यादा की तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे, वहीं अदाणी पावर, अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी एनर्जी के शेयरों में भी करीब 4% की तेजी देखी गई। इस जोरदार तेजी ने निवेशकों को बड़ी राहत दी और बाजार में सकारात्मक माहौल बना दिया।

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मार्केट कैप 13 लाख करोड़ रुपये के पार

अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में इस जोरदार तेजी का सीधा असर उनकी कुल बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) पर पड़ा है। अदाणी ग्रुप का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को 13.5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। इंट्राडे ट्रेडिंग में अदाणी ग्रुप ने 45,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मार्केट कैप जोड़ी। बाजार खुलने के बाद अदाणी ग्रुप की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण करीब 13,28,170 करोड़ रुपये था, जो इंट्राडे में बढ़कर 13,52,417 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया।

हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने का असर

अदाणी ग्रुप के शेयरों में यह बेमिसाल तेजी, अमेरिकी शॉर्टसेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के फैसले से संबंधित मानी जा रही है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी ग्रुप पर दो बार बेबुनियाद आरोप लगाए थे, जिससे ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई थी और लाखों निवेशकों को भारी नुकसान हुआ था। हालांकि, अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया था और सुप्रीम कोर्ट से भी इन्हें लेकर क्लीन चिट मिली थी।

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हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों के बावजूद अदाणी ग्रुप ने मजबूती से इसका सामना किया, और निवेशकों का विश्वास बनाए रखा। अब इस प्रक्रिया के बाद जब हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने कामकाजी अस्तित्व को समाप्त करने का ऐलान किया, तो बाजार में अदाणी ग्रुप के प्रति निवेशकों का विश्वास और भी मजबूत हुआ और इसका सीधा असर उनके शेयरों में तेजी के रूप में देखा गया।

अदाणी ग्रुप का निरंतर बढ़ता हुआ असर

अदाणी ग्रुप ने इन चुनौतियों के बावजूद अपने बिजनेस को और विस्तार किया है और इस सफलता के कारण उसे वैश्विक स्तर पर भी पहचान मिली है। ग्रुप के शेयरों की इस बढ़ोतरी के साथ ही यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में भी इसकी कंपनियों के शेयर मजबूत बने रहेंगे। बाजार में निवेशकों का विश्वास इस समय उच्चतम स्तर पर है, और ग्रुप का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।

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अदाणी ग्रुप ने साबित कर दिया है कि वह न सिर्फ वित्तीय संकटों से उबर सकता है, बल्कि उसे अपने व्यवसाय और बाजार पर नियंत्रण बनाए रखने में भी सक्षम है। यह ग्रुप के निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इसका असर भविष्य में भी देखा जा सकता है।

 

 

 

 

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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