एक घंटे में 50 बार डोली धरती, भूकंप से तिब्बत में भारी तबाही, 150 से ज्यादा लोगों की मौत

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एक घंटे में 50 बार डोली धरती, भूकंप से तिब्बत में भारी तबाही, 150 से ज्यादा लोगों की मौत

नेपाल-तिब्बत सीमा पर आया शक्तिशाली भूकंप, तिब्बत में मचा भारी तबाही

काठमांडू:नेपाल की सीमा से सटे तिब्बत के पहाड़ी क्षेत्र में मंगलवार सुबह 6 सिलसिलेवार भूकंप आए, जिसमें एक शक्तिशाली भूकंप की तीव्रता 7.1 रिक्टर स्केल तक रिकॉर्ड की गई। इस भूकंप ने तिब्बत के शिगात्से शहर में भारी तबाही मचाई और कम से कम 150 लोगों की मौत की खबरें सामने आईं हैं।

भूकंप ने तिब्बत में मचाई तबाही

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, शिजांग स्वायत्त क्षेत्र (तिब्बत के शिगात्से शहर) के डिंगरी काउंटी में आए इस शक्तिशाली भूकंप में 150 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हुए हैं। भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं और बड़ी संख्या में इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान हुआ है। भूकंप के केंद्र के पास की कई इमारतें पूरी तरह से ढह गईं और सैकड़ों लोग मलबे में फंसे हुए हैं।

भारत, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान में भी महसूस किए गए झटके

भूकंप के झटके केवल तिब्बत तक सीमित नहीं रहे, बल्कि भारत, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए। सिक्किम, बिहार, पश्चिम बंगाल, और उत्तर भारत के विभिन्न इलाकों में भी लोगों ने तेज़ झटके महसूस किए। नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों और खुले स्थानों पर भाग गए।

नेपाल में हलचल, लोगों ने खुली जगहों पर किया पलायन

काठमांडू में भूकंप के तेज झटके महसूस होते ही लोग बुरी तरह घबराए हुए थे। काठमांडू की निवासी मीरा अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया कि वह सो रही थीं और अचानक उनका बिस्तर हिलने लगा। पहले तो उन्हें लगा कि उनका बच्चा बिस्तर को हिला रहा है, लेकिन जब खिड़की के हिलने का एहसास हुआ तो उन्होंने समझ लिया कि तेज भूकंप आया है। इसके बाद उन्होंने तुरंत अपने बच्चे को लेकर घर से बाहर भागकर खुले मैदान में शरण ली।

भूकंप के प्रभावी क्षेत्रों में स्थिति

शिगात्से शहर के डिंगरी काउंटी में खासकर इमारतों और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान हुआ है। चीन की सरकारी ब्रॉडकास्टिंग एजेंसी सीसीटीवी ने बताया कि डिंगरी काउंटी और आसपास के क्षेत्रों में बहुत तेज़ झटके आए और भूकंप के केंद्र के पास की इमारतें ढह गईं।

प्रारंभिक राहत और बचाव कार्य

भूकंप के बाद चीनी अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। मौके पर रेस्क्यू टीमों को भेजा गया है और घायल लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

भूकंप के कारण नेपाल में भी भारी नुकसान

नेपाल की राजधानी काठमांडू और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी भूकंप के तेज़ झटके महसूस हुए हैं, हालांकि अब तक नेपाल में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। फिर भी, प्रशासन ने हरकत में आते हुए तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया है और प्रभावित लोगों के लिए ठहरने और भोजन की व्यवस्था की है।

तिब्बत और नेपाल की सीमा पर आए इस शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है और हजारों लोगों को प्रभावित किया है। यह भूकंप न केवल तिब्बत में बल्कि भारत और नेपाल के विभिन्न हिस्सों में भी महसूस किया गया, जिससे वहां के लोग डर और घबराहट में आ गए। राहत और बचाव कार्य जारी है और अधिकारियों द्वारा लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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