चाय और कॉफी दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से हैं। भारत में तो शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहाँ चाय या कॉफी के शौकीन न मिलें। बहुत से लोग सुबह उठते ही ‘बेड टी’ पीना पसंद करते हैं, तो कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें दिन में कई बार चाय चाहिए होती है। वहीं, कॉफी के प्रेमियों की भी कमी नहीं है, जो दिन में दो-तीन बार अपनी पसंदीदा कॉफी का आनंद लेते हैं।
चाय और कॉफी निश्चित रूप से शरीर के लिए फायदेमंद हो सकती हैं, खासकर जब उन्हें सही तरीके से बनाया जाए और सीमित मात्रा में पिया जाए। हालांकि, यदि इनका सेवन आवश्यकता से अधिक किया जाए या इन्हें गलत तरीके से बनाया जाए, तो यह सेहत के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है।
चाय या कॉफी ज्यादा पीने के नुकसान के बारे में आपने सुना ही होगा। इन दोनों में कैफीन पाया जाता है, जिसके कारण इन्हें अधिक मात्रा में, खासकर रात के समय पीने से नींद आने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, चाय और कॉफी का अत्यधिक सेवन पाचन तंत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ऐसे में, क्या आपने कभी सोचा है कि जिस चाय या कॉफी को आप रोजाना पीते हैं, अगर उसे एक महीने के लिए छोड़ दिया जाए तो आपके शरीर में किस तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं? आइए, इस बारे में जयपुर की आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता से जानते हैं:
एसिडिटी से मिलेगी राहत
आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता बताती हैं कि यदि हम एक महीना चाय या कॉफी पीना छोड़ दें, तो इससे एसिडिटी की समस्या को कम करने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। चाय और कॉफी दोनों ही अम्लीय प्रकृति के होते हैं, इसलिए इनका सेवन कम करने से पेट में एसिड का उत्पादन कम हो सकता है।
नींद में सुधार
चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है, जो नींद के चक्र में बाधा डाल सकता है, खासकर यदि इसका सेवन शाम के समय किया गया हो। यदि आप एक महीने तक चाय या कॉफी का सेवन बंद करते हैं, तो आपको अपनी नींद की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल सकता है। आप अधिक गहरी और आरामदायक नींद महसूस कर सकते हैं।
एंग्जायटी होगी दूर
एक्सपर्ट का कहना है कि जिन लोगों को एंग्जायटी (चिंता) की समस्या रहती है या जो लोग स्वभाव से बहुत अधिक हाईपर (अधीर) होते हैं, उन्हें एक महीना चाय या कॉफी न पीने से एंग्जायटी और अत्यधिक सक्रिय रहने की परेशानी को कम करने में मदद मिल सकती है। कैफीन तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित कर सकता है, जिससे चिंता और बेचैनी बढ़ सकती है। इसे छोड़ने से मन शांत हो सकता है।
ब्लड-प्रेशर में सुधार
जिन लोगों का चाय या कॉफी पीने के कारण ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) उच्च रहता है, उन्हें इनका सेवन छोड़ने से ब्लड प्रेशर को सामान्य स्तर पर लाने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही, अधिक चाय या कॉफी पीने से हमारे न्यूरोट्रांसमीटर (मस्तिष्क में रासायनिक संदेशवाहक) पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, चाय या कॉफी का सेवन कम करने से न्यूरोट्रांसमीटर संतुलित होने लगते हैं, जिससे मूड बेहतर होता है और ‘हैप्पी हार्मोन’ सक्रिय होते हैं।
संक्षेप में, एक महीने के लिए चाय या कॉफी छोड़ना आपके शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है, खासकर पाचन, नींद, चिंता और ब्लड प्रेशर के मामले में। यदि आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो एक बार चाय और कॉफी छोड़कर देखें, शायद आपको सकारात्मक परिणाम मिलें। हालांकि, यदि आप नियमित रूप से इनका सेवन करते हैं और इसे छोड़ने को लेकर कोई चिंता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना उचित होगा।