मणिपुर में राजनीति की हलचल तेज हो गई है। राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद मणिपुर के राजनीतिक माहौल में नया मोड़ आ गया है। बीरेन सिंह, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य हैं, थोड़ी देर पहले बीजेपी सांसद संबित पात्रा, मणिपुर सरकार के मंत्री और विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे थे, जहां उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंपा।
दिलचस्प बात यह है कि बीरेन सिंह ने अपना इस्तीफा देने से पहले आज ही दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह राजनीतिक घटनाक्रम कुछ गंभीर योजनाओं का हिस्सा हो सकता है। इस बीच, गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाईअलर्ट पर रहने के लिए कहा है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि मणिपुर की वर्तमान स्थिति पर सरकार की पूरी नजर है।
मणिपुर में हिंसा और असुरक्षा का माहौल
मणिपुर में हाल के महीनों में स्थिति बहुत जटिल हो गई है। राज्य में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा था, जिससे हिंसक घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही थी। इन झड़पों में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। कई इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है।
मैतेई और कुकी समुदायों के बीच विवाद मुख्य रूप से जमीन, आरक्षण और राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर है। इन मुद्दों के चलते दोनों समुदायों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। एक पक्ष ने राज्य सरकार पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है, जबकि दूसरे पक्ष ने अपनी आवाज़ उठाने की कोशिश की है। इस बढ़ते तनाव के कारण राज्य में बार-बार हिंसक घटनाएं सामने आईं हैं, जिनमें आम नागरिकों की जान भी चली गई है।
केंद्र सरकार की ओर से सुरक्षा बलों की तैनाती
मणिपुर के बढ़ते असंतोष और हिंसा के चलते केंद्र सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है। इसके बावजूद, स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। अब, राज्य में बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद एक नई राजनीतिक दिशा की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिसमें सरकार का नया नेतृत्व क्या होगा, यह देखने वाली बात होगी।
बीरेन सिंह का इस्तीफा: क्या है कारण?
बीरेन सिंह का इस्तीफा उस समय आया है, जब मणिपुर में हिंसा और असुरक्षा का माहौल चरम पर पहुंच चुका है। हालांकि, बीरेन सिंह के इस्तीफे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उनकी केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात में मणिपुर की स्थिति पर गहरी चर्चा हुई होगी। इस मुलाकात के बाद उनके इस्तीफे का निर्णय लिया गया।
मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष, राजनीतिक विवाद और हिंसा के बीच राज्य सरकार पर सवाल उठाए जा रहे थे। बीरेन सिंह के इस्तीफे को लेकर कई राजनीतिक विश्लेषक इसे एक बड़े बदलाव का संकेत मान रहे हैं, जो राज्य में ताजे राजनीतिक समीकरणों को जन्म दे सकता है।
गृह मंत्रालय ने जारी किया हाई अलर्ट
इस बीच, गृह मंत्रालय ने मणिपुर की स्थिति को देखते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। यह कदम इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार मणिपुर में बढ़ती असुरक्षा और हिंसा पर गंभीर रूप से विचार कर रही है।