वायरल वीडियो में साफ दिख रहा जेसीबी द्वारा हजारों घन मीटर जमीन को कर दिया खाली
रात्रि के अंधेरे में किरावली थाने के सामने गुजर रहे अवैध खनन के डंफर
आगरा। तहसील किरावली क्षेत्र अंतर्गत किरावली से कागारौल मार्ग स्थित गांव चैंकोरा में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। नियम कानूनों को ताक पर रखकर डंके की चोट पर जमकर मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है। किरावली थाना पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर आंखें मूंदी हुई हैं।
बताया जाता है कि किरावली तहसीलदार कार्यालय से बीते 2 नवंबर 2023 को आदेश जारी हुआ था। अपर जिलाधिकारी प्रशासन एवं उपजिलाधिकारी को प्रतिलिपि प्रेषित उक्त आदेश पत्र में किरावली तहसील के लगभग दर्जन भर से अधिक गांवों में चकबंदी प्रक्रिया जारी होने की सूचना जारी की थी। जानकारों के अनुसार, चकबंदी प्रक्रिया जारी होते ही संबंधित गांव में भू उपयोग हेतु प्रशासनिक अनुमति होना आवश्यक है। बताया जा रहा है कि तहसीलदार द्वारा जारी गांवों की सूची में गांव चैंकोरा शामिल है। इसके बावजूद चैंकोरा में सारे नियम कायदे, खनन माफियाओं के आगे धराशाई हो रहे हैं। स्थिति यह है कि गांव में हजारों घनमीटर जमीन से खनन माफिया जेसीबी द्वारा मिट्टी का अवैध खनन कर चुके हैं। जिस स्थान से अवैध खनन किया जा रहा है, वहां से मिट्टी से भरे डंफर बेरोकटोक अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार खनन माफियाओं के खौफ के आगे कोई मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं हैं। लगातार हो रहे अवैध खनन से मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है। जिन खेतों से मिट्टी उठाई जा रही है, उनमें फसल उत्पादन भी मुश्किल हो जाएगा।रात्रि के समय थाने सामने से अवैध खनन के डंफर निकलते हैं।लेकिन स्थानीय पुलिस द्वारा अभी तक इस मामले में कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी गई है।
लेखपाल की भूमिका पर उठ रहे सवाल
बताया जाता है कि चकबंदी प्रक्रिया जारी होने के बाद संबंधित लेखपाल के वह क्षेत्र पूरी तरह अधीन हो जाता है। चैंकोरा में लगातार अवैध खनन हो रहा है, लेखपाल द्वारा इसका संज्ञान लेने की जरूरत नहीं समझी गई।