शमसाबाद रोड, कहरई मोड़ पर गुरु वशिष्ठ मानव सर्वांगीण विकास सेवा समिति ने किया आयोजन; डॉ. प्रमोद शर्मा और श्री प्रदीप भाटी रहे मुख्य अतिथि
आगरा, : धर्म और आस्था के महापर्व कार्तिक पूर्णिमा (देव दीपावली) के अवसर पर, आगरा के गायत्री मधुसूदन सिटी, शमसाबाद रोड, कहरई मोड़ पर एक अत्यंत भव्य और आध्यात्मिक आयोजन किया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आकाश दीप प्रज्वलित किए और पवित्र दीप दान कर पुण्य अर्जित किया, जिससे पूरा क्षेत्र अलौकिक आभा से जगमगा उठा।
यमुना शुद्धिकरण की भावना से प्रेरित दीप उत्सव
यह भव्य कार्यक्रम गुरु वशिष्ठ मानव सर्वांगीण विकास सेवा समिति के अध्यक्ष, जाने-माने श्री अश्विनी कुमार मिश्र जी (यमुना सत्याग्रही) के कुशल तत्वाधान में आयोजित किया गया। श्री मिश्र, जो लंबे समय से यमुना नदी की सफाई और उसके संरक्षण के लिए संघर्षरत हैं, के नेतृत्व में हुए इस आयोजन में धार्मिक श्रद्धा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और यमुना शुद्धिकरण का संदेश भी मुखर रहा।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियों की गरिमामय उपस्थिति रही, जिसने आयोजन की महत्ता को और बढ़ा दिया।
* मुख्य अतिथि: डॉ. प्रमोद शर्मा जी, (क्षेत्र कार्यवाह पश्चिमी उत्तर प्रदेश)
* विशिष्ट अतिथि: श्री प्रदीप भाटी जी, (अध्यक्ष सहकारी बैंक)
इस अवसर पर यमुना शुद्धिकरण जन चेतना महा अभियान के सह-संयोजक और सुप्रसिद्ध पर्यावरण चिंतक डॉ. धीरज मोहन सिंघल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
समाज के विशिष्ट लोग हुए शामिल

कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग शामिल हुए:
* श्री अरविन्द कुमार राय (डायरेक्टर आगरा मेट्रो)
* रवि चौबे (अधिवक्ता)
* श्रीमती मधु माहौर (पार्षद नगर निगम आगरा)
इनके अलावा, राय बहादुर सिंह, सुधीर पचौरी, मान बहादुर सिंह, मुकेश पाण्डे, प्रमोद पाण्डे, राज किशोर, देवेंद्र चौधरी, विजय गुप्ता, विकास गुप्ता, संजीव, संजय, अरुण कुमार, आदि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और दीप दान कर पर्व की महत्ता को बढ़ाया।
डॉ. धीरज मोहन सिंघल ने दिया पर्यावरण का संदेश

सह-संयोजक डॉ. धीरज मोहन सिंघल ने इस मौके पर सभी श्रद्धालुओं को कार्तिक पूर्णिमा की बधाई दी और पर्यावरण के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। उन्होंने विशेष रूप से यमुना शुद्धिकरण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि धार्मिक अनुष्ठान तभी पूर्ण होते हैं, जब हम प्रकृति और अपनी नदियों का सम्मान करते हैं।
इस आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजन ने गायत्री मधुसूदन सिटी में देव दीपावली की भव्यता को बढ़ाया और लोगों को धर्म के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी का भी बोध कराया।
