Agra News, आगरा: वायु विहार में हाल ही में बनी सड़क आज सुबह मानसून की पहली बारिश से पहले ही धंस गई, जिसके कारण बाबू जी चौराहे के पास रतन पैलेस के सामने बजरी से भरा एक ट्रोला पलट गया।
ट्रोला पलटने से सड़क पर बजरी फैल गई और डिवाइडर भी टूट गया, जिससे यह मार्ग कुछ घंटों के लिए पूरी तरह से बंद रहा। बाद में जेसीबी मशीन की मदद से ट्रोला को सीधा करके निकाला गया। बताया जा रहा है कि ट्रोला राजस्थान का था और इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
वायु विहार से बाबू जी चौराहे तक का 100 फुटा वायु विहार मार्ग पथौली क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह महत्वपूर्ण सड़क दिल्ली-आगरा राजमार्ग को जयपुर-आगरा राजमार्ग से जोड़ती है, जिससे अंतर्राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक व यात्री इस मार्ग से गुजरते हैं। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने इस सड़क का निर्माण वर्ष 2007 में कराया था, लेकिन वर्ष 2015 से ही यह जर्जर हालत में थी। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए थे, जिसके कारण बारिश के दिनों में दुर्घटनाएं आम बात हो गई थी।
स्थानीय लोगों ने सड़क की मरम्मत के लिए “वायु विहार सड़क संघर्ष समिति” का गठन किया था, जिसने सड़क पर उतरकर गड्ढों के साथ तख्तियां लेकर आंदोलन भी किया था। इस संघर्ष के बाद मामला शासन तक पहुंचा और एडीए ने पिछले वर्ष अगस्त में सड़क के पुनर्निर्माण के लिए 7.91 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया था। सड़क निर्माण का कार्य अप्रैल 2025 तक पूरा होना था और वर्तमान में भी डिवाइडर पर पीली और काली पट्टी बनाने का कार्य चल रहा है।
अब, मानसून की पहली बारिश से पहले ही नवनिर्मित सड़क का धंस जाना सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वायु विहार सड़क संघर्ष समिति ने पहले भी निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता के आरोप लगाए थे। आज हुई घटना के बाद वायु विहार सड़क संघर्ष समिति आगरा के सचिव विजयपाल नरवार ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच के लिए त्रिसदस्यीय जांच कमेटी गठित करने की मांग की है। उनका कहना है कि इतने कम समय में सड़क का धंस जाना घटिया निर्माण का स्पष्ट प्रमाण है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए।
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