सरकारी पैसे का दुरूपयोग नाला बहा पानी में
जिस प्रकार से निरन्तर सरकारी अधिकारियो और ठेकेदारों पर सरकारी एजेंसियो द्वारा छापा मारने पर पैसो का ढेर मिल रहा हैं वो पैसा सरकारी विकाश कार्यो के किये गए घोटालों से कमाया हुआ होता हैं ग्राम पंचायतों क्षेत्र पंचायतो और जिला पंचायतो के द्वारा कराये जा रहे कार्यो में निरंतर कमिया मिल रही हैं संबंधित अधिकारी कार्यो का सही से परीक्षण नहीं करते हैं कार्य को कर रहे ठेकेदार बड़े नेताओ और क्षेत्रीय नेताओ से मिल कर कमीशन देकर कार्य की लीपा पोती कर देते हैं सरकारी इंजीनियर कुछ सेवाशुल्क लेकर कार्य को पास कर देते हैं
ऐसे ही कार्यो का शिकार हुआ गुगामंद में बन रहा तथा कथित नाला
वैसे तो नाला और नाली में अंतर होता हैं लेकिन ग्राम पंचायत गुगामंद में राधा-कृष्ण के मंदिर से वर के डवरा की और बन रहा नाला हैं लेकिन क्षेत्रीय नेताओ को कमीशन देकर भोलेभाले गाँव वालो से सच को छुपाकर नाले को वर के डबरा की और ना बना कर प्राथमिक विध्यालय की और बना दिया |
जो नाले की माप होती हैं उस माप का नाला ना बना कर एक नाली का रूप तैयार कर दिया हैं जिसके परिणाम स्वरुप कल गांव में जैसे ही बरसात हुयी तथा कथित नाला पानी से भर कर मार्ग को अबरुद्ध कर दिया और कई स्थानों पर नाला टूट गया जिससे पास के खेतो में खड़ी फसल जलमग्न हो गयी और ग्रामीणों का मार्ग अवरुद्ध हो गया | खेत में खड़ी फसलों के जलमग्न होने से किसानो का काफी नुकसान हुआ हैं |
ठेकेदार से ग्रामीण पहले भी कर चुके हैं शिकायत
ग्रामीण ऋषभ परमार और ग्रामीणों द्वारा जब पाया गया की नाला निर्माण में निर्माण सामग्री गठिया उपयोग हो रही हे तो बाला जी कंट्रक्शन के ठेकेदार से बात की तो ठेकेदार ने बताया की मैने कार्य को दूसरे ठेकेदार को दे दिया हैं में उसमे कुछ नहीं कर सकता आपको उस ठेकेदार से बात करनी पड़ेगी | मौजूदा ठेकेदार से कहा तो उसने भी कुछ जवाब नहीं दिया कार्य उसी प्रकार की सामग्री से चलता रहा जिसके कारण नाला हर बार की बरसात में टूट रहा हैं।
मनमानी करते हैं ठेकेदार ……
सरकारी कर्मचारियों द्वारा विकाश कार्य पर ध्यान नहीं देने का भरपूर फायदा उठाते हैं ठेकेदार मानकों की अनदेखी कर विकाश कार्य कर सरकारी पैसे का दुरूपयोग करते हैं | ग्रामीण नागरिको को भी नहीं देते हैं होने वाले कार्य की जानकारी जिसके कारण कार्य को अपने तरीके से कर सकते हैं
गुगामंद में बन रहे नाले का निर्माण कार्य बहुत ही गठिया हैं और किसी मानक का भी उपयोग नहीं हुआ हैं नाला बनने के कारण बरसात में पहाड़ से आने वाला पानी गांव की गलियों में आ रहा हैं ऐसा ग्रामीणों ने बताया |