आगरा। यह फ़िल्म पेय जल पर आधारित है । कुछ लोग पेय जल की बर्बादी करते हैं जबकि कुछ लोगों को शुध्द पेय जल नसीब नही होता है। कोलकाता में रबीन्द्र ओकाकुरा भवन साल्ट लेक में इंडियन इंटरनेशनल शार्ट फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। इस फ़िल्म फेस्टिवल में देश एवं विदेशो की अनेकों शार्ट फिल्में शामिल हुई थी । जिसमे द माझी फ़िल्म भी अवार्ड के लिए नॉमिनेट हुई थी। फ़िल्म की स्क्रीनिंग कोलकाता में हुई। फ़िल्म को “बेस्ट साइलेंट शॉर्ट फिल्म मीडिया” केटेगरी में अवार्ड मिला।
पूरे विश्व मे पेय जल समस्या फैली हुई है । तंजानिया एक देश है जिसमे ड्रिंकिंग वाटर की समस्या सबसे ज्यादा है। तंजानिया की भाषा स्वाहिली है जिसमे माझी का अर्थ पानी होता है अर्थात द माझी का मतलब पानी ही है। इस फ़िल्म को यूट्यूब पर ‘द माझी शॉर्ट फिल्म’ लिखकर सर्च किया जा सकता है। इस फ़िल्म को ग्रेट इंडियन शार्ट फ़िल्म फेस्टिवल अवार्ड्स कोलकाता में अवार्ड के लिए भी नॉमिनेट किया गया है। जिसका आयोजन कोलकाता के सरत सदन ऑडिटोरियम में अप्रेल में होना है। इसके अलावा इस फ़िल्म को कुछ अन्य फ़िल्म अवार्ड्स मिले हैं ।इस फ़िल्म के डायरेक्टर एवं एडिटर सिद्धार्थ है। इस फ़िल्म को शिल्पी हलदर द्वारा लिखा गया है। इस फ़िल्म में आगरा के ही बाल कलाकार मास्टर विराज द्वारा अभिनय किया गया है। इस फ़िल्म के निर्माता देवी सिंह हैं। इस फ़िल्म का स्क्रीनप्ले सिद्धार्थ कुमार एवं शिल्पी हलदर द्वारा किया गया है।