आगरा: “अगर पृथ्वी से जंगल काटोगे, तो यह मंगल ग्रह बन जाएगी!” यह चेतावनी भरा संदेश है “ट्री मैन” के नाम से मशहूर त्रिमोहन मिश्रा का। तपती धूप में आगरा के लाल किले की पृष्ठभूमि में खड़े होकर, त्रिमोहन मिश्रा और उनके साथियों पंकज शर्मा व टिंकू कुमार ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बार फिर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर पर्यावरण के प्रति बढ़ते दिखावे पर तीखा कटाक्ष किया। मिश्रा ने कहा, “आजकल सोशल मीडिया पर पर्यावरण एक ट्रेंड बन गया है। लोग पर्यावरण बचाने के नाम पर रील्स बनाते हैं, लाखों व्यूज बटोरते हैं, और मशहूर हो जाते हैं। लेकिन मैं आपको स्पष्ट रूप से बता देना चाहता हूं कि जब यह धरती उबल रही होगी, तब आपके ये रील्स इस धरती को बचाने में कोई मदद नहीं कर पाएंगे।”
“ट्री मैन” ने हर व्यक्ति से व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं पेड़ लगाने और उनकी रक्षा करने के लिए आगे आना होगा। “अगर हमने ऐसा नहीं किया, तो प्रकृति अपनी तपन दिखा रही है, और वह दिन दूर नहीं जब जमीनें खिसकने लगेंगी। विकास की सारी ऊंची इमारतें मिट्टी में मिल जाएंगी। पेड़ केवल गमलों और सजावट की वस्तुओं तक सिमट कर रह जाएंगे, उनका जमीन से नाता पूरी तरह टूट जाएगा।”
उन्होंने जल संरक्षण के महत्व पर भी जोर दिया। “शायद आप यह भूल गए हैं कि पृथ्वी का 71% हिस्सा पानी से ढका है, लेकिन उसमें से केवल 2.5% पानी ही पीने योग्य और मीठा है। अपने घरों में पानी को बर्बाद करना बंद करें, और उसे दोबारा उपयोग में लाने के तरीके खोजें। याद रखें, जल और वायु दोनों ही हमारे लिए अमूल्य हैं।”
अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए उन्होंने एक मार्मिक कविता का सहारा लिया:
“संसार में तरस जाओगे, ऑक्सीजन बिना जीने को, जल ही नहीं रहा तो, कहां जाओगे पानी पीने को।”
त्रिमोहन मिश्रा ने पेड़ों को पिता, धरती को मां और पशु-पक्षियों को अपना मित्र बताते हुए कहा कि यदि हम इन सभी को राक्षसों की तरह काटते और नष्ट करते रहे, तो वह दिन दूर नहीं जब हमारी हरी-भरी पृथ्वी मंगल ग्रह की तरह एक वीरान ग्रह में तब्दील हो जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “आज हम मंगल ग्रह पर अपने घर बसाने की बातें कर रहे हैं, लेकिन क्या हम वास्तव में अपने ही घर, इस खूबसूरत पृथ्वी को नहीं बचा सकते? क्या हम वनों की अंधाधुंध कटाई को रोककर, जितना विकास हो चुका है, उसी को संतुलित और टिकाऊ नहीं बना सकते?”
मिश्रा ने स्वच्छता अभियान के प्रति भी अपना दृष्टिकोण साझा किया। “स्वच्छता अभियान को केवल सेल्फी लेने या मनोरंजन का साधन समझने की भूल न करें, बल्कि इसे एक गंभीर जिम्मेदारी के रूप में लें। यदि हर व्यक्ति यह कसम खा ले कि ‘न हम गंदगी करेंगे, और न ही किसी और को करने देंगे,’ तो निश्चित रूप से एक बड़ा बदलाव आएगा।”
उन्होंने एक शक्तिशाली संदेश दिया:
“ऑक्सीजन खरीदनी नहीं है, उसे अपनी दिनचर्या में लाना है। अगर वनों का विनाश नहीं रोका गया, तो हमारा सारा विकास भी विनाश में बदल जाएगा।”
त्रिमोहन मिश्रा ने भूकंप, बाढ़ और अप्रत्याशित मौसम परिवर्तनों को प्रकृति की स्पष्ट चेतावनी के रूप में बताया। “जब पेड़ों की जड़ें मिट्टी को थामना बंद कर देंगी, तो जमीनें खिसक जाएंगी। और एक दिन ऐसा आएगा जब पृथ्वी की जगह कोई और प्रजाति कहेगी: ‘कभी यहां मानव जीवन हुआ करता था।'”
अंत में, “ट्री मैन” त्रिमोहन मिश्रा ने सभी लोगों से भावुक अपील की:
“मैंने इस पृथ्वी को संतुलित करने की कसम खा ली है। क्या आप नहीं चाहते कि आपकी अगली पीढ़ी आपको एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद करे जिसने अपनी धरती को बचाया? मेरा साथ दीजिए। आइए, मिलकर इस प्रकृति को बचाएं।”