आगरा – यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल दरें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जिसके चलते अब इस मार्ग से यात्रा करना महंगा हो जाएगा। जानकारी के अनुसार, एक अक्टूबर 2024 से टोल की दरें बढ़ाई जाएंगी, जिसमें औसतन 4% की वृद्धि की जा रही है। यह पहली बार है जब यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल दरें 2021-22 के बाद बढ़ाई जा रही हैं।
दिल्ली को आगरा से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस वे 165 किलोमीटर लंबा है। यह 6 लेन वाला एक्सप्रेस वे मथुरा और अलीगढ़ से होकर गुजरता है। इसका निर्माण यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया था, और इसका ठेका जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड को दिया गया था। इस एक्सप्रेस वे के बनने से दिल्ली से आगरा तक की यात्रा में काफी समय की बचत हुई है; पहले यह यात्रा लगभग 4 घंटे में होती थी, जबकि अब यह 2.5 घंटे में पूरी हो जाती है। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे ओल्ड जीटी रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर ट्रैफिक को कम करने में भी मदद कर रहा है।
प्राधिकरण का दावा है कि टोल वृद्धि के लिए जेपी इंफ्राटेक द्वारा 2022-23 में दिए गए प्रस्ताव की दरों को 2024-25 में लागू किया जा रहा है। इस वृद्धि से एक्सप्रेस वे पर सफर करने वालों पर अधिक भार नहीं पड़ेगा। प्राधिकरण बोर्ड की 82वीं बैठक में इस टोल दर वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
हर दिन गुजरते हैं हजारों वाहन
यमुना एक्सप्रेस वे पर प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। एक अनुमान के अनुसार, यह आंकड़ा लगभग 35,000 वाहनों के आसपास है, और सप्ताहांत में यह संख्या 50,000 वाहनों तक पहुँच जाती है। एक्सप्रेस वे का संचालन जेपी इंफ्राटेक कंपनी कर रही है, जिसने प्राधिकरण को टोल दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, जिसे अब स्वीकृति मिल गई है।
वर्तमान टोल दरें
फिलहाल, यमुना एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों जैसे मोटरसाइकिल के लिए ₹3.25 प्रति किलोमीटर, बसों, ट्रकों और भारी वाहनों के लिए ₹8.45 प्रति किलोमीटर, और कार, जीप, वैन एवं अन्य हल्के वाहनों के लिए ₹2.65 प्रति किलोमीटर टोल दरें लागू हैं।
इस टोल वृद्धि के साथ, यात्रियों को अपनी यात्रा की लागत को ध्यान में रखते हुए योजना बनाने की आवश्यकता होगी।
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