आगरा। स्वास्थ्य विभाग और झोलाछापों में डाल डाल और पात पात का खेल चलता है। अपने ऑफिस से निकलकर कार्रवाई के लिए फील्ड में पहुंचने वाले अधिकारियों को मौक़े पर सबकुछ ओके मिलता है, जबकि हकीकत बिल्कुल इसके उलट होती है।
आपको बता दें कि गांव रायभा के झोलाछाप सूरजपाल के खिलाफ विभाग में अरसे से शिकायतें हो रही हैं। सोशल मीडिया पर उसके अवैध कारनामों के वीडियो भी वायरल हो चुके हैं। अनेकों बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर औचक निरीक्षण किया, लेकिन विभागीय अधिकारी फॉल्ट ढूंढने में नाकामयाब रहे। ग्रामीणों के अनुसार उस फॉल्ट की चाबी आगरा के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश गोयल के पास रहती है।
डॉ राजेश गोयल आगरा के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं। उनके नाम का पंजीकरण स्वास्थ्य विभाग में सूरज पॉली क्लीनिक पर कार्यरत चिकित्सक के रूप में दर्ज है। झोलाछाप सूरजपाल को इनके नाम का बहुत सहारा मिलता है। अब डॉ साहब उनके क्लीनिक पर आएं या नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि इसी नाम की आड़ में उसकी झोलेछापी का धंधा बखूबी फलेगा। सूरज पॉली क्लीनिक पर कार्यरत कर्मी के वायरल वीडियो में उक्त कर्मी साफ बोल रहा है कि डॉ राजेश गोयल यहां नहीं बैठते। उनको सिर्फ गंभीर मरीज होने पर ऑन कॉल बुलाया जाता है।
एक्सरे सेंटर पर भी अजब गजब कारनामे
सूरज पॉली क्लीनिक पर कर्मचारियों का वायरल वीडियो अजब गजब कारनामे वाला है। एक्सरे हेतु आने वाले मरीज के लिए अमूनन बंद रहने वाली दुकान का शटर उठाया जाता है, बेहद फुर्ती से मरीज को अंदर ले जाकर उसका एक्सरे किया जाता है। इसके बाद मरीज को बाहर निकालकर दुकान का शटर गिरा दिया जाता है। वायरल वीडियो क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गए हैं।