मध्य प्रदेश: छतरपुर के पिछड़ा वर्ग विभाग में पदस्थ असिस्टेंट इंस्पेक्टर राजकुमार त्रिवेदी की आत्महत्या के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस जांच में सामने आया है कि राजकुमार की पत्नी के WhatsApp स्टेटस पर दिए गए एक रिप्लाई के कारण उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया. इस मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी और सास के खिलाफ FIR दर्ज की है.
छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सटई रोड स्थित ग्रीन एवेन्यू कॉलोनी में रहने वाले असिस्टेंट इंस्पेक्टर राजकुमार त्रिवेदी ने कुछ दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी थी और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही थी.
WhatsApp स्टेटस और रिप्लाई बना सुसाइड का कारण
जांच के दौरान पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला. राजकुमार त्रिवेदी ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने से पहले अपने WhatsApp स्टेटस पर अपनी फोटो के साथ एक मैसेज लिखा था – “जिंदगी में एक समय आता है, जब उसे तय करना होता है कि पन्ना पलटना है या किताब बंद करनी है.”
घरेलू कलह के चलते अपने मायके में रह रही उनकी पत्नी मृगाक्षी त्रिवेदी ने इसी स्टेटस पर रिप्लाई देते हुए लिखा, “जितना तुम समझ रहे हो, उतना ही सामने वाला समझ रहा है, और अच्छा है कि आप किताब ही बंद कर दो.” पुलिस के अनुसार, पत्नी के इस जवाब से आहत होकर राजकुमार त्रिवेदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पत्नी और सास पर FIR
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की और पाया कि मृगाक्षी त्रिवेदी के जवाब ने राजकुमार को आत्महत्या के लिए उकसाया था. इस आधार पर पुलिस ने मृगाक्षी त्रिवेदी और उनकी सास के खिलाफ FIR दर्ज की है. उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है.
यह घटना सोशल मीडिया के दुरुपयोग और रिश्तों में संवाद की कमी को दर्शाती है. एक मामूली सी बात, जो WhatsApp स्टेटस पर लिखी और उस पर प्रतिक्रिया दी गई, एक व्यक्ति की जान ले बैठी. यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि हमें अपने शब्दों का चयन सावधानी से करना चाहिए, खासकर तब जब हम किसी तनावपूर्ण स्थिति में हों.