आगरा: पुलिस की कार्यशैली में सुधार नहीं आ रहा है। दो दिन पहले विजय नगर चौकी में PRV 112 आगरा पुलिस का पैसे लेकर खनन के ट्रैक्टर चालकों को निकाल देने का वीडियो वायरल हुआ था। आज ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ।
वीडियो एत्मादपुर थाना क्षेत्र के छलेसर का बताया जहां एक सिपाही का वसूली के लिए मारपीट करने का वीडियो वायरल हो गया । वीडियो में सिपाही को एक गाड़ी ड्राइवर के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है।
बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने सुविधा शुल्क नहीं दिया था, जिसके बाद सिपाही ने उसके साथ मारपीट की। छलेसर स्तिथ बूचड़ खाने पर जाने वाली भैसों से भरी गाड़ियों से वहाँ तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा गाड़ी बूचड़खाने तक ले जाने के नाम पर सुविधा शुल्क लिया जाता है।
भैंसों को लेकर जाने वाली प्रत्येक गाड़ी से यह सुविधा शुल्क तय रहता है। यय पैसो से अगर कोई ड्राइवर कम पैसे देता है तो उसकी गाड़ी बूचड़खाने तक नही जाने दी जाती।
शनिवार की दोपहर को सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में वर्दी में एक सिपाही मोटरसाइकिल पर बैठे हुए दिख रहा है वहीं दूसरा पुलिसकर्मी एक गाड़ी को रोककर खड़ा हुआ है। एक व्यक्ति के हाथ मे कुछ पैसे मोटरसाइकिल पर बैठे सिपाही को देते हुए नजर आ रहा है।
गाड़ी चालक का ने आरोप लगाया कि वह दूसरा चक्कर लगाने आया है इससे पहले वह पुलिसकर्मियों को पैसे देकर जा चुका है। दुबारा आने और फिर से पैसो की माँग करी गई तो उसने सुविधानुसार दे दिया। पैसे कम होने पर पुलिसकर्मियो द्वारा उसको गाड़ी से बाहर निकाल कर उसके साथ मारपीट कर दी गई।
अब देखिए कहानी में आया ट्विस्ट और पहले जो पुलिसकर्मी पर आरोप लगा रहे थे वो पलट गए और एक नई बात सामने आई।
जानकारी दी गई कि सामने से एक मोटरसाइकिल आ रही थी । इसी बीच कट्टी खाने में मैक्स जीप जिसमे जानवर लदे थे आ गई। दोनो में टक्कर हो गई। बाइक सवार और गाड़ी के लोगों में लड़ाई हो गई। तभी एक पुलिस वाला आ गया। बात समझ उसने समझौता करने को गाड़ी सही करने को पैसे देने को कहा।
अब सच्ची क्या है ये तो ऊपर वाला ही जाने। पर दबी जुबान से लोग पैसे लेकर गाड़ियां पास करने की बात भी कह रहे थे।
जैसे हाथ की सभी उंगलियां बराबर नही होती ठीक वैसे भी सभी पुलिसकर्मी बेईमान नहीं होते है। अब इस वीडियो की क्या सच्चाई है ये तो जांच का विषय है।