गैस बनने वाली दालें: पेट में गैस और ब्लोटिंग की समस्या से जूझ रहे लोगों को कुछ दालों का सेवन करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं किन दालों से परहेज करना चाहिए।
दालों का महत्व
दाल भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। चावल के साथ गरमागरम दाल का सेवन सबसे आरामदायक मील माना जाता है। दालें प्रोटीन, विटामिन्स, और मिनरल्स से भरपूर होती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। लेकिन जिन लोगों को गैस और ब्लोटिंग की समस्या होती है, उन्हें कुछ दालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
गैस पैदा करने वाली दालें
1. उड़द की दाल
उड़द की दाल प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होती है, लेकिन यह गैस और ब्लोटिंग की समस्या को बढ़ा सकती है। पाचन में भारी होने के कारण, जिनका पाचन तंत्र कमजोर है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
2. चना दाल
गैस या ब्लोटिंग से परेशान लोगों को चना दाल से दूर रहना चाहिए। इसमें उच्च मात्रा में घुलनशील फाइबर होता है, जो गैस का कारण बन सकता है। यदि आप चना दाल का सेवन करना चाहें, तो इसे पहले पानी में भिगोकर रखें ताकि यह पचने में आसान हो।
3. मसूर की दाल
हालांकि मसूर की दाल अन्य दालों की तुलना में हल्की होती है, फिर भी यह कुछ लोगों में गैस और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
गैस से बचने के उपाय
- दालों को भिगोकर पकाएं: दालों में फाइटिक एसिड और अन्य तत्व होते हैं जो गैस बना सकते हैं। रातभर पानी में भिगोने से ये तत्व कम हो जाते हैं।
- हींग का छौंक लगाएं: हींग पाचन में मददगार होती है। दाल पकाते समय हींग डालने से गैस की समस्या कम हो सकती है।
- सीमित मात्रा में सेवन करें: दाल का सेवन सीमित मात्रा में करें। एक बार में बहुत अधिक दाल खाने से बचें।
- अदरक और लहसुन का उपयोग करें: अदरक और लहसुन गैस कम करने में मददगार होते हैं। दाल में इनका प्रयोग पाचन को सुधार सकता है।
दालें पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, लेकिन गैस की समस्या वाले लोगों को कुछ दालों का सेवन करने से बचना चाहिए। ऊपर दिए गए उपायों का पालन करके आप गैस की समस्या को कम कर सकते हैं।
Disclaimer: हमारे लेखों में साझा की गई जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे डॉक्टर की सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी बीमारी या विशेष स्वास्थ्य स्थिति के लिए विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है।