राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ खोला मोर्चा
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन
आगरा। परिषदीय शिक्षकों के संगठन राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ ने परिषदीय विद्यालयों में 19 पैरामीटर के तहत कायाकल्प के कार्यों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस संबंध में संगठन की एक आपात बैठक पश्चिमपुरी पर आहूत हुई। प्रदेश अध्यक्ष मुकेश डागुर और जिलाध्यक्ष कीर्तीपाल सिंह ने संयुक्त रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया।
धनराशि का हुआ बंदरबांट
बैठक के दौरान कीर्तिपाल सिंह ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प का कार्य पंचायतीराज विभाग के अधीन था। विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में कायाकल्प के कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। कागजों में आंकड़ों के दुरूस्त कर लिया गया, जबकि धरातल पर स्थिति बिल्कुल उलट है। विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं का अभाव है। दिव्यांग शौचालय और वाटर हार्वेस्टिंग के मद में बड़ी धनराशि का बंदरबांट हो गया। परिषदीय विद्यालय आज भी दुर्दशाओं का शिकार हैं। इसका ठीकरा प्रधानाध्यापकों पर फूटना तय है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज होगी मुखर
इस मामले में संगठन द्वारा निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज को मुखर किया जाएगा। बैठक के बाद शिक्षकों ने सामूहिक रूप से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। मौके पर जमकर नारेबाजी हुई। बीएसए से फोन पर वार्ता के दौरान जिन म्यूचुअल शिक्षकों की बीएलओ होने के कारण ट्रांसफर रुका हुआ है, उन्हें तत्काल प्रभाव से रिलीव किया जाए। बीएसए द्वारा संबंधित शिक्षकों का रिलीविंग आदेश जारी करने का भरोसा दिया गया।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर मनोज शर्मा, दिग्विजय पचौरी, मनोज पाठक, दिलीप परमार, भूपेंद्र सिंह, रविंद्र यादव, दिलावर सिंह, दीपक पटेल हरेंद्र सिंह, दिलीप परमार, देवेंद्र चाहर, मनीष सिंह, उदयभान सिंह, आशीष सिंह, रामधारा, चंद्रप्रकाश सोलंकी, विजय कुमार, अजय चौधरी जीशान, यतेंद्र, रवि भारती, राजेश भूतेलिया, आदि शिक्षक मौजूद रहे।